- बंगाल ने कन्याश्री प्रकल्प योजना पर आधारित झांकी का भेजा था प्रस्ताव
- पंजाब भी लगा चुका है दुर्भावना के चलते झांकी को मंजूरी न देने का आरोप
चंडीगढ़। पंजाब के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार ने भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने ‘कन्याश्री’ पर आधारित पश्चिम बंगाल की प्रस्तावित गणतंत्र दिवस की झांकी को मंजूरी नहीं दी। बंगाल सरकार की मंत्री शशि पांजा ने आरोप लगाया कि कन्या श्री योजना की झांकी को आठ साल में तीसरी बार खारिज किया है। ऐसा दुर्भावना के चलते किया गया है। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केंद्र सरकार पर दुर्भावना के चलते राज्य की झांकी को मंजूरी न देने का आरोप लगा चुके हैं।
गौरतलब है कि “कन्याश्री प्रकल्प” को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की प्रमुख परियोजना माना जाता है। इसे संयुक्त राष्ट्र और अन्य एजेंसियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिल चुकी है। प्रमुख अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल सरकार में मंत्री शशि पांजा ने आरोप लगाया कि कन्याश्री प्रकल्प जिसे संयुक्त राष्ट्र और अन्य एजेंसियों द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना मिली है, उसको केंद्र सरकार द्वारा मंजूरी नहीं दी गई है। कन्याश्री झांकी को पहले 2015 और 2020 में खारिज कर दिया गया था।’
शशि पांजा ने कहा, ‘अगर इस झांकी को खारिज नहीं किया गया होता, तो मुख्यमंत्री के गतिशील नेतृत्व में महिलाओं के उत्थान में बंगाल सरकार का वैज्ञानिक दृष्टिकोण इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की विफलताओं के साथ तुलना करके सामने आ गया होता।’
सूत्रों ने कहा कि रक्षा मंत्रालय, जो गणतंत्र दिवस की झांकियों के प्रस्तावों की स्क्रीनिंग करता है, कथित तौर पर राज्य के अधिकारियों द्वारा प्रेजेंटेशन देने से पहले ही बंगाल के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है.