18 जनवरी 2025 की प्रमुख खबरें

केंद्र ने 14 फरवरी को चंडीगढ़ में प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बैठक का प्रस्ताव दिया

चंडीगढ़। अपनी मांगों को लेकर पंजाब के किसान हरियाणा सीमा पर दो जगह (शंभू और खनौरी बार्डर) पर पिछले कई माह से आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान कम से कम तीन किसानों की जान जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट भी आंदोलनकारी किसानों और खनौरी बार्डर पर आमरण अनशन पर बैठे सत्तर वर्षीय किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की बिगड़ती सेहत को लेकर चिंतित है, मगर केंद्र सरकार अब तक चुप्पी साधे हुए थी, जबकि डल्लेवाल की भूखहड़ताल को 54 दिन होने वाले  हैं। लेकिन शनिवार को  सूचना आई कि केंद्र सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों की मांगों पर चर्चा के लिए 14 फरवरी को चंडीगढ़ में उनके साथ बैठक का प्रस्ताव दिया है। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।

घोषणा के बाद, किसान नेताओं ने अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से चिकित्सा सहायता लेने की अपील की ताकि वह प्रस्तावित बैठक में भाग ले सकें। डल्लेवाल का आमरण अनशन शनिवार को 54वें दिन में प्रवेश कर गया।

संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी प्रिय रंजन के नेतृत्व में केंद्र सरकार के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने खनौरी में डल्लेवाल से मुलाकात की और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।

इससे पहले, पंजाब और हरियाणा के बीच खनौरी और शंभू सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने शनिवार को कहा कि उन्हें केंद्र सरकार से एक प्रस्ताव मिला है जिस पर वे चर्चा करेंगे।

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुकाबले में 1,040 उम्मीदवार

दिल्ली में पांच फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कुल 1,040 उम्मीदवार मैदान में हैं।

निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, 1,522 उम्मीदवारों ने चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था। जांच के दौरान 477 नामांकन पत्र खारिज कर दिए गए।

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 जनवरी थी, जिस दिन सबसे अधिक 680 नामांकन दाखिल हुए जबकि 16 जनवरी को 500 नामांकन दाखिल हुए थे। नामांकन पत्रों की जांच शनिवार को पूरी हो गई, जबकि 20 जनवरी तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकते हैं।

दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव में कड़ी टक्कर होने की संभावना है, जिसमें सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली में 25 साल से अधिक समय तक सत्ता से बाहर रहने के बाद वापसी के प्रयास में है। मतगणना आठ फरवरी को होगी।

 

हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग दुर्घटनाओं में दो पर्यटकों की मौत

शिमला। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा और कुल्लू जिलों में पैराग्लाइडिंग से जुड़ी दो अलग-अलग दुर्घटनाओं में दो पर्यटकों की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि पर्यटक गुजरात और तमिलनाडु के थे।

धर्मशाला के पास इंद्रुनाग पैराग्लाइडिंग साइट पर शनिवार शाम को पैराग्लाइडर पर सवार अहमदाबाद की भावसार खुशी की उड़ान के दौरान गिरने से मौत हो गई। पायलट भी उसके साथ गिर गया और उसे चोटें आईं।

कांगड़ा के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) वीर बहादुर ने बताया कि पायलट को इलाज के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। उन्होंने बताया कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।

एक अन्य घटना में, शुक्रवार शाम कुल्लू जिले में गार्सा लैंडिंग साइट के पास पैराग्लाइडिंग करते समय तमिलनाडु के 28 वर्षीय एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया।

यह दुर्घटना तब हुई जब कलाबाजी कर रहा एक पैराग्लाइडर गलती से दूसरे पैराग्लाइडर से टकरा गया और उनमें से एक जमीन पर गिर गया। यह दुर्घटना उस समय हुई जब वे जमीन से 100 फुट ऊपर थे। इस दुर्घटना में जयश राम की मौत हो गई, जबकि पायलट अश्विनी कुमार को गंभीर चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआई) चंडीगढ़ भेजा गया।

पुलिस ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 125 (दूसरों की जान को खतरे में डालने वाली लापरवाही) और 106 (लापरवाही से मौत) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच की जा रही है।

बिहार : तेजस्वी यादव को राजद के रणनीतिक फैसले लेने का अधिकार मिला

पटना। बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें तेजस्वी यादव को इस साल अक्टूबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की रणनीति से संबंधित फैसले लेने का अधिकार दिया गया।

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के बराबर उनकी शक्ति बताने वाले प्रस्ताव के पारित होने से पार्टी में तेजस्वी का कद बढ़ गया है।

यह संशोधित प्रस्ताव शनिवार को पटना में राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक के दौरान पारित किया गया, जिसमें लालू, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बड़ी बेटी मीसा भारती के साथ सांसद, विधायक और एमएलसी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

अब तेजस्वी पार्टी के आंतरिक मामलों, पार्टी टिकट और अन्य महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा, “सबने मुझ पर जो भरोसा दिखाया है और जो जिम्मेदारियां मुझे दी गई हैं… वो बहुत बड़ी हैं। मैं पार्टी नेताओं की उम्मीदों के मुताबिक काम करूंगा। जब पार्टी संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, तभी हम चुनाव जीत पाएंगे और राज्य की जनता की सेवा कर पाएंगे। हम बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव जीतेंगे। हमें एक नया बिहार बनाना है…एक विकसित राज्य…हमें सबको साथ लेकर चलना है। हम जल्द ही अपना सदस्यता अभियान तेज करेंगे।”

तेजस्वी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि दो दशक पहले उनके सत्ता में आने के बाद से राज्य में महिलाओं की पहनावे की पसंद में सुधार हुआ है।

उन्होंने कहा कि संगठनात्मक चुनाव से संबंधित मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई और पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे और चितरंजन गगन को संगठनात्मक चुनाव के लिए क्रमशः मुख्य चुनाव अधिकारी और सहायक चुनाव अधिकारी नियुक्त किया गया है।

बिहार : तेजस्वी यादव को राजद के रणनीतिक फैसले लेने का अधिकार मिला

बिहार में मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें तेजस्वी यादव को इस साल अक्टूबर में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की रणनीति से संबंधित फैसले लेने का अधिकार दिया गया।

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के बराबर उनकी शक्ति बताने वाले प्रस्ताव के पारित होने से पार्टी में तेजस्वी का कद बढ़ गया है।

यह संशोधित प्रस्ताव शनिवार को पटना में राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक के दौरान पारित किया गया, जिसमें लालू, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बड़ी बेटी मीसा भारती के साथ सांसद, विधायक और एमएलसी समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

अब तेजस्वी पार्टी के आंतरिक मामलों, पार्टी टिकट और अन्य महत्वपूर्ण फैसले ले सकते हैं।

राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा, “सबने मुझ पर जो भरोसा दिखाया है और जो जिम्मेदारियां मुझे दी गई हैं… वो बहुत बड़ी हैं। मैं पार्टी नेताओं की उम्मीदों के मुताबिक काम करूंगा। जब पार्टी संगठन मजबूत होगा, जवाबदेह होगा, लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा, तभी हम चुनाव जीत पाएंगे और राज्य की जनता की सेवा कर पाएंगे। हम बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव जीतेंगे। हमें एक नया बिहार बनाना है…एक विकसित राज्य…हमें सबको साथ लेकर चलना है। हम जल्द ही अपना सदस्यता अभियान तेज करेंगे।”

तेजस्वी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस टिप्पणी के लिए आलोचना की कि दो दशक पहले उनके सत्ता में आने के बाद से राज्य में महिलाओं की पहनावे की पसंद में सुधार हुआ है।

मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी उस समय की जब वह राज्यव्यापी “प्रगति यात्रा” के तहत बेगूसराय जिले में थे।

तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह याद रखना चाहिए कि “वह मुख्यमंत्री हैं, महिलाओं के फैशन डिजाइनर नहीं। ऐसा नहीं है कि बिहार की बेटियां पहले अच्छे कपड़े नहीं पहनती थीं। वे भी स्वाभिमान और स्वावलंबन से खुद को ढकती थीं। उनका बयान राज्य की महिलाओं का सीधा अपमान है।”

आरजी कर मामला: अदालत ने कहा, ‘आरोपी ने चिकित्सक का गला दबाने से पहले उसका यौन उत्पीड़न किया’

कोलकाता से बड़ी  खबर आई है। कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ बलात्कार और हत्या के एकमात्र आरोपी संजय रॉय को दोषी करार देते हुए सियालदह अदालत ने शनिवार को कहा कि दोषी ने नौ अगस्त, 2024 को तड़के करीब चार बजे अस्पताल के सेमिनार रूम में सो रही स्नातकोत्तर प्रशिक्षु चिकित्सक पर हमला किया था।

अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिर्बान दास ने रॉय को दोषी करार देने का फैसला खुली अदालत में सुनाया जबकि इस मामले की सुनवाई बंद कमरे में हुई थी।

न्यायाधीश ने कहा कि रॉय ने चिकित्सक का यौन उत्पीड़न किया और बाद में उसकी गला दबाकर हत्या कर दी।

उन्होंने कहा, ‘‘तुमने चिकित्सक का यौन उत्पीड़न किया। तुमने उसका गला घोंटा और उसका चेहरा ढक दिया तथा इस हमले के कारण आखिरकार उसकी मौत हो गई।’’

एजेंसी के मुताबिक न्यायाधीश ने कहा कि 160 से अधिक पृष्ठों का फैसला सोमवार को सजा सुनाए जाने के बाद पूरा हो जाएगा और इसमें शिकायतकर्ता, पीड़िता के पिता द्वारा उठाए गए कुछ सवालों का भी स्पष्ट रूप से जवाब दिया जाएगा।

न्यायाधीश ने कहा, ‘‘मैंने पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ अस्पताल के अधिकारियों की कुछ गतिविधियों की आलोचना की है, जो साक्ष्य में सामने आई हैं।’’

उन्होंने कहा कि अभियोजन पक्ष का मामला परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर आधारित है।

न्यायाधीश ने कहा, ‘‘इन आरोपों के आधार पर तुम्हारे खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 64, 66 और 103(1) के तहत आरोप तय किए गए हैं। गवाहों के बयानों और इस मामले में पेश किए गए दस्तावेजों के आधार पर तुम्हारा अपराध साबित हो गया है और तुम्हें दोषी ठहराया जा रहा है।’’

न्यायाधीश ने कहा, ‘‘गवाहों के बयानों और इस मामले में पेश किए गए दस्तावेजों के आधार पर तुम्हारा अपराध साबित हो गया है और तुम्हें दोषी ठहराया जा रहा है।’’

दास ने कहा कि उन्होंने कई बिंदुओं पर विचार किया, जिसमें पीड़िता का प्रोफाइल, उसकी ड्यूटी के घंटे और आठ एवं नौ अगस्त 2024 की दरमियानी रात को उसके साथ हुए अपराध से पहले उसे आखिरी बार कब और कहां जीवित देखा गया था।

न्यायाधीश ने कहा कि उन्होंने इस बात पर भी विचार किया कि पीड़िता कब और कहां मृत पाई गई और सबसे पहले किसे जानकारी मिली कि चिकित्सक की मृत्यु हो गई। इतना ही नहीं उन्होंने इस पर भी विचार किया कि मृत्यु का कारण और समय क्या था।

अदालत ने यह भी देखा कि क्या उसके साथ यौन उत्पीड़न का कोई सबूत था, क्या हमलावर एक व्यक्ति था या व्यक्तियों का समूह था और किसने पीड़िता पर क्रूर कृत्य किया था।

न्यायाधीश ने कहा कि विभागाध्यक्ष, अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक और उप प्राचार्य (एमएसवीपी) और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य संदीप घोष की कुछ गतिविधियों ने उनके मन में “कुछ भ्रम” पैदा किया।

 

राहुल गांधी ने ‘क्रांतिकारी’ बिहार में भाजपा-आरएसएस को ‘वैचारिक पराजय’ देने का संकल्प लिया

पटना। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के साथ मिलकर ‘क्रांतिकारी’ बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचार को हराने का आह्वान किया।

बिहार में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होना है।

राहुल ने पटना स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय ‘सदाकत आश्रम’ में एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संविधान की रक्षा सिर्फ कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता कर सकता है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान वाली विचारधारा है और दूसरी तरफ भाजपा-आरएसएस की विचारधारा नफरत व हिंसा की विचारधारा है।

उन्होंने कहा, “भाजपा का मुकाबला सिर्फ कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता और उसकी विचारधारा कर सकती है।”

राहुल ने आरोप लगाया, “महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में एक करोड़ मतदाताओं का अंतर है। इन एक करोड़ लोगों ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोट दिया लेकिन लोकसभा में वोट नहीं दिया। हम निर्वाचन आयोग से महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची मांग रहे हैं। लेकिन, आयोग मतदाता सूची देने को तैयार नहीं हैं।”

राहुल ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘अगला चुनाव बिहार में है और यह एक क्रांतिकारी प्रदेश है। देश में जब भी बदलाव होता है तो उसकी शुरुआत बिहार से होती है।’’

उन्होंने कहा, “यह विचारधारा की लड़ाई है। आप सबको तैयार हो जाना चाहिए। हम भाजपा और आरएसएस की विचारधारा को बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन के साथ खड़े होकर हराएंगे।”

राहुल ने बिहार की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर आरोप लगाया, ‘‘बिहार प्रश्न पत्र लीक का केंद्र बन गया है। यहां पर पूरा तंत्र बिक गया है। बिहार में युवाओं को रोजगार नहीं मिलता। महंगाई बढ़ती जा रही है। गरीब लोग कुचले जा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, “इन लोगों के लिए कांग्रेस पार्टी को लड़ना है। किसानों, मजदूरों, गरीब लोगों, अल्पसंख्यकों, सबके लिए लड़ना है और यहां भाजपा की विचारधारा को हराना है तथा संविधान को जिताना है।”

इससे पहले राहुल ने पटना के बापू सभागार में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में जातीय जनगणना की मांग को दोहराते हुए कहा कि उन्होंने संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी इसे किसी भी कीमत पर करवाकर रहेगी।

राहुल ने भाजपा और आरएसएस पर देश के संविधान को कमजोर करने और हाशिए पर खड़े समुदायों की अनदेखी करने का आरोप लगाया।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का ‘‘सच्ची आजादी’’ वाला बयान ‘देश के संविधान के खिलाफ है’।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘दलितों, अल्पसंख्यकों और सामाजिक रूप से हाशिये पर रहे समुदायों की आबादी देश की कुल जनसंख्या की 90 फीसदी है, लेकिन वे व्यवस्था का हिस्सा नहीं हैं। यही कारण है कि हम जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं।’’

राहुल ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की ‘‘सच्ची आजादी’’ वाले बयान का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश को सच्ची आजादी मिलने से संबंधित उनका (भागवत का) बयान संविधान के खिलाफ है।’’