- दिल्ली, गुजरात, गोवा, हरियाणा में मिलकर लड़ेंगे दोनों दल, सीट बंटवारे की घोषणा
- पंजाब में अलग-अलग चुनाव में उतरेंगे दोनों दल

नई दिल्ली। काफी किंतु परंतु के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आखिर आगामी लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ने की अंततः घोषणा कर दी। इंडिया गठबंधन के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। शनिवार को दोनों दलों ने दिल्ली, गुजरात, गोवा और हरियाणा में सीट बंटवारे की घोषणा की, जिसके तहत राष्ट्रीय राजधानी में आप चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस और आप ने पंजाब में अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इसके साथ ही आम आदमी पार्टी गुजरात की भरूच और भावनगर सीट तथा हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर भी चुनाव लड़ेगी। पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है, हालांकि चंडीगढ़ लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारेगी।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ घटक दलों के बीच पिछले कुछ दिनों के भीतर सीट बंटवारे से जुड़ी यह दूसरी महत्वपूर्ण घोषणा है। गत 21 फरवरी को उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे का ऐलान किया गया था। उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस 17 पर चुनाव लड़ रही है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कांग्रेस और आपका गठबंधन एक अवसरवादी गठबंधन है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक ने आम आदमी पार्टी के नेता संदीप पाठक, सौरभ भारद्वाज और आतिशी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में सीट बंटवारे की घोषणा की। इस मौके कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी मौजूद थे।
दिल्ली में आप 4, कांग्रेस 3 सीट पर लड़ेगी
वासनिक ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी चार और कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आप दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और नयी दिल्ली लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेगी, जबकि कांग्रेस चांदनी चौक, उत्तर पश्चिम दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ेगी।”
राष्ट्रीय राजधानी में सात लोकसभा सीट हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में सभी सीट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीती थीं।
हरियाणा में कांग्रेस 9, गुजरात में 24 सीट पर उतारेगी उम्मीदवार
वासनिक ने कहा कि आम आदमी पार्टी गुजरात में भरूच और भावनगर लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ेगी तथा हरियाणा की कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट भी आम आदमी पार्टी को दी गई है। गुजरात में लोकसभा की 26 सीट है। 24 सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में लोकसभा की 10 सीट हैं और इनमें से 9 सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी।
चंडीगढ़ कांग्रेस के खाते में
वासनिक ने कहा कि गोवा को लेकर तय किया गया कि राज्य की दोनों सीटों पर कांग्रेस लड़ेगी। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ लोकसभा सीट को को लेकर लंबी चर्चा की गई और आखिर में फैसला हुआ कि यहां से कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारेगी।
गोवा भी कांग्रेस के हिस्से आया
आप ने पहले विधायक वेन्जी वीगास को दक्षिण गोवा लोकसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था। वर्तमान में कांग्रेस के फ्रांसिस्को सरदिन्हा इस सीट से सांसद हैं।
गुजरात की भरूच सीट को लेकर के पिछले कुछ दिनों से दोनों दलों के बीच पेंच फंसा हुआ था क्योंकि कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवंगत अहमद पटेल के पुत्र फैसल पटेल और पुत्री मुमताज पटेल यह सीट आम आदमी पार्टी को दिए जाने का विरोध कर रहे थे। फैसल पटेल ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर यह सीट आम आदमी पार्टी के खाते में जाएगी तो वह और स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता आप प्रत्याशी का सहयोग नहीं करेंगे।
फैसल पटेल के विरोध के बारे में पूछे जाने पर वासनिक ने कहा, “सारी परिस्थितियों को समझ कर, राय- मशविरा करके दोनों दलों के बीच यह फैसला किया गया है। मुझे विश्वास है कि फैसले का सम्मान कांग्रेस का हर कार्यकर्ता करेगा और आम आदमी पार्टी का भी हर कार्यकर्ता इस फैसले को मानेगा।”
इस सीट पर फैसल और उनकी बहन मुमताज कांग्रेस की तरफ से टिकट के दावेदार माने जा रहे थे। फैसल पटेल ने अपने ताजा बयान में कहा है कि भरूच लोकसभा सीट तभी जीती जा सकती है जब वहां पर कांग्रेस का उम्मीदवार हो।
आप अपने विधायक चैतर वसावा को भरूच लोकसभा सीट से पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। आप भावनगर में भी उमेशभाई मकवाना को अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है।
वासनिक ने कहा कि देश में आज जिस तरह की परिस्थिति है और लोकतंत्र तथा हमारे संविधान के सामने जिस तरह की चुनौतियां पैदा हुई हैं उनका मुकाबला करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन पूरी तरह से तैयार है। उसी कड़ी में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीटों का समझौता हुआ है।
उनका कहना था कि दिल्ली में कांग्रेस के तीन सीट पर लड़ने के बावजूद पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का प्रयास होगा कि सभी सात सीट पर गठबंधन जीते।
कांग्रेस नेता ने कहा कि सभी राज्यों में ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल आपस में तालमेल के साथ गठबंधन के सभी प्रत्याशियों को कामयाब करने की दिशा में प्रयास करेंगे।
आप के महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा, ” हम अपने छोटे-छोटे हितों को दरकिनार करके और देश के हित को ध्यान में रखकर साथ आए हैं। देश हमेशा महत्वपूर्ण है, पार्टी इसके बाद आती है।”
भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पुरी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “यदि आप और कांग्रेस का अवसरवादी गठबंधन अपने अंतर्निहित विरोधाभासों से बचने में कामयाब रहा तो यह हर मायने में सबसे विचित्र राजनीतिक गठजोड़ होगा। यह अपने ही मतदाताओं की आंखों पर पट्टी बांधने की कोशिश करता है। लोगों को स्पष्ट रूप से याद होगा कि आप, कांग्रेस के भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध करने के बाद अस्तित्व में आई थी…।”
उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी ने जो भी रणनीति बनाई थी, अब इस गठबंधन की घोषणा के बाद वह पूरी तरह से बिखर जाएगी। पाठक ने कहा, “हम देश की जनता के साथ मिलकर यह चुनाव लड़ेंगे और हम जीतेंगे।”
वासनिक ने कहा कि पंजाब में विशेष परिस्थितियों हैं और उनको देखते हुए अलग-अलग लड़ने का फैसला किया गया है। पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ है और कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल है।
उन्होंने कटाक्ष किया कि इस गठजोड़ का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि वे दिल्ली में एक साथ होंगे, लेकिन पंजाब में एक-दूसरे के खिलाफ होंगे!” लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में प्रस्तावित है।