अमेरिका के गुरुद्वारे में भारतीय राजदूत के साथ धक्का मुक्की

  • गुरुनानक जयंती पर न्यूयार्क में अरदास करने गए थे तरणजीत सिंह संधू
  • खालिस्तान समर्थकों ने कहा, पन्नू को मारने की साजिश कर रहे आप

खालिस्तान समर्थकों द्वारा अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ कथित धक्कामुक्की का मामला सामने आया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। यह वाकया न्यूयार्क के लांग आईलैंड स्थित हिक्सविले गुरुद्वारा में हुआ जहां तरणजीत सिंह संधू गुरुनानक जयंती के मौके पर अरदास करने गए थे। यही नहीं एक खालिस्तान समर्थक ने गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी झंडा लहराया। गुरुद्वारे में भारत विरोधी नारे भी लगाए गए।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आर पी सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक वीडियो जारी करते हुए न्यूयार्क में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ कथित बदसुलूकी की आरोप लगाया । इसके बाद अलग-अलग सोशल मीडिया पर और वीडियो वायरल हो गया। वीडियो में खालिस्तानी समर्थक भारतीय राजदूत से कह रहे हैं, ‘आप हरदीप सिंह निज्जर के कातिल हो. गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश कर रहे हैं…’। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे इन वीडियो में संधू के साथ धक्का मुक्की करने का आरोप है।

भाजपा नेता ने डाला वीडियो
भाजपा नेता ने लिखा है कि भीड़ में घिरे सिंधू को बाहर निकालने की भी कई लोग कोशिश करते नजर आ रहे हैं। सिंह ने लिखा है, ‘खालिस्तानियों ने गुरपतवंत की हत्या के असफल प्रयास में उनकी भूमिका और खालिस्तान रेफरेंडम कैंपेन पर निराधार सवाल पूछते हुए भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ धक्का मुक्की की कोशिश की।’ एसजेएफ द्वारा इस भीड़ को भेजने की बात कही जा रही है। उन्होंने लिखा, ‘न्यूयॉर्क में हिक्सविल गुरुद्वारा में खालिस्तानियों की अगुवाई कर रहे हिम्मत सिंह ने राजदूत संधू पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका होने के भी आरोप लगाए। हिम्मत सिंह सरी गुरुद्वारा का अध्यक्ष है और खालिस्तान रेफरेंडम के कनाडा चैप्टर का समन्वयक भी है।’

निज्जर की हत्या के बाद से नहीं थम रहा बवाल
दरअसल कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) के मास्टर माइंड और सिख्स फॉर जस्टिस (SFJ) की कनाडा शाखा के मुखिया हरदीप निज्जर की हत्या के बाद से बवाल पैदा हुआ है। पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार की एजेंसियों पर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की बात कही। भारत ने इसका कड़ा विरोध किया। इसके बाद दोनों देशों के रिश्ते खराब हो गए। भारत ने दिल्ली में कनाडा उच्चायोग में तैनात वहां के 41 राजनयिकों को देश से चले जाने का आदेश दिया तो प्रत्युतर में कनाडा ने भी ऐसा ही किया।
खालिस्तान समर्थक बौखलाए
इसके बाद से कनाडा, अमेरिका आदि देशों में खालिस्तान समर्थक तो बौखलाए ही हैं राजनयिक स्तर पर भी पश्चिमी देशों से रिश्तों में कड़वाहट आई है। निज्जर की हत्या के बाद पिछले दिनों अमेरिका में सिख आतंकी गुर पतवंत सिंह पन्नू की हत्या कराने की साजिश रचने का आरोप लगा। हाल ही में फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने अमेरिका में पन्नू को मारने की साजिश नाकाम की है। इस संबंध में भारत ने कहा था कि अमेरिका की तरफ से मिले इनपुट्स की जांच की जा रही है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के हवाले से जारी एक बयान में कहा गया , ”हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग पर हुई वार्ता के दौरान अमेरिकी पक्ष ने संगठित अपराधियों, अवैध बंदूकों के कारोबारियों, आतंकवादियों और अन्य को लेकर हमारे साथ कुछ जानकारियां साझा की थीं।”

“ये जानकारियां दोनों देशों के लिए चिंता का विषय हैं और उन्होंने फ़ैसला लिया है कि इस पर ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे। भारत ने अपने स्तर पर इन जानकारियों को गंभीरता से लिया है, क्योंकि यह हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के हितों को भी चोट पहुंचाती हैं।” बयान में कहा गया है, “अमेरिका की ओर से दी गई जानकारियों पर पहले ही संबंधित विभाग जांच कर रहे हैं।”

विदेश में खालिस्तानियों ने एक बार फिर भारतीय राजदूत के साथ बदसलूकी की है। इस बार घटना अमेरिका की है, जहां राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ गुरुद्वारे में खालिस्तान समर्थकों ने धक्का मुक्की कर दी। इतना ही नहीं उनके आसपास भीड़ ने जमकर नारेबाजी की। सभी संधू पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की साजिश के आरोप लगा रहे थे।