बंगाल सरकार का यू टर्न, अडानी से नहीं छीना ताजपुर पोर्ट

  • सीएम ममता बनर्जी ने कहा था, पोर्ट के विकास के लिए शीघ्र ही जारी किए जाएंगे टेंडर

पश्चिम बंगाल सरकार और गौतम अडानी का रिश्ता बरकरार है। पश्चिम बगाल सरकार द्वारा ताजपुर पोर्ट को विकसित करने का 25 हजार करोड़ का प्रोजेक्ट रद्द करने की बात हवा हवाई निकली। कैश फार क्वैरी मामले में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ चल रहे मामले में ममता बनर्जी की चुप्पी के आरोपों के काफी दिन बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार की बिजनेस समिट 2023 में कहा था कि ताजपुर पोर्ट को विकसित करने के लिए टेंडर मांगे जा रहे हैं। इसके बाद यह मान लिया गया था कि महुआ मोइत्रा मामले के चलते ममता सरकार ने अडानी ग्रुप से ताजपुर पोर्ट विकसित करने का लेटर आफ इंटेंट रद्द कर दिया है। लेकिन इसके बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की थी।

लेकिन पश्चिम बंगाल की उद्योग, व्यापार और शिल्प वाणिज्य मंत्री शशि पांजा ने रविवार को दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय वाणिज्य मेले के पश्चिम बंगाल दिवस के मौके पर आयोजित पत्रकार वार्ता में पत्रकारों ने जब उनसे ताजपुर पोर्ट को लेकर सवाल पूछा तो शशि पांजा ने कहा कि पोर्ट परियोजना को लेकर अडानी ग्रुप से बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि पोर्ट के निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने कुछ स्पष्टीकरण मांगे हैं। उन्होंने कहा कि ताजपुर बंदरगाह को विकसित करने की लेटर आफ इंटेंट सबसे ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी को दिया गया है।
रविवार को जब बांग्ला दैनिक आनंद बाजार पत्रिका में प्रकाशित समाचार में कहा गया है कि अडानी ग्रुप से इस संबंध में अब भी बातचीत चल रही है। इसे लेकर रक्षा, विदेश और जहाज मंत्रालय से मंजूरी भी मिल गई है। जब पत्रकारों ने ममता बनर्जी के वक्तव्य का हवाला देकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं भी ममता बनर्जी की तरफ से ही बोल रही हूं और जो कह रही हूं वही मुख्यमंत्री का वक्तव्य है।
शशि पांजा के इस दावे के बाद एक बार फिर बंगाल सरकार और अडानी ग्रुप के रिश्ते को लेकर अटकलें लगने लगी हैं।