Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतराष्ट्रीयहरियाणा सीरियाई कवि निज़ार कब्बानी की कविताएं निज़ार कब्बानी (1923-1998)। सीरियाई कवि, राजनयिक तथा प्रशासक। अरबी दुनिया के महानतम कवियों में गिने जाने वाले निज़ार… Pratibimb Media24 December 2024
Blogअंतरराष्ट्रीयकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसाहित्य/पुस्तक समीक्षा वे इन द वर्ल्ड: 17वीं-20वीं सदी में मुस्लिम महिलाएं कैसे यात्रा करती थीं रक्षंदा जलील उपनिवेशवाद, लिंग, यात्रा, धर्म, पैसा इस पुस्तक में अप्रत्याशित तरीके से एक साथ आते हैं। इसके अलावा, शिक्षित… Pratibimb Media20 December 2024
Blogराष्ट्रीयविरासतसमय /समाजसाहित्य/पुस्तक समीक्षाहरियाणा वे इन द वर्ल्ड: 17वीं-20वीं सदी में मुस्लिम महिलाएं कैसे यात्रा करती थीं रक्षंदा जलील उपनिवेशवाद, लिंग, यात्रा, धर्म, पैसा इस पुस्तक में अप्रत्याशित तरीके से एक साथ आते हैं। इसके अलावा, शिक्षित… Pratibimb Media18 December 2024
Blogअंतरराष्ट्रीयकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत एड्रियन रिच की कविता ‘पेड़’ एड्रिएन रिच का जन्म 1929 में बाल्टीमोर, मैरीलैंड, यू.एस.ए. में हुआ था। वह लगभग बीस काव्य संग्रहों की लेखिका हैं… Pratibimb Media14 December 202414 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस में एक यात्रा अजय शुक्ला सवाल है कि बिहार के गरीब आदमी के कष्ट कब मिटेंगे?सरल सा जवाब है, जब वह चाहेगा। मगर… Pratibimb Media14 December 202414 December 2024
Blogअंतरराष्ट्रीयविरासतसाहित्य/पुस्तक समीक्षा तरक़्क़ी पसंद तहरीक– जब इज़हार-ए-ख़याल की आज़ादी ने कई सरहदों को तोड़ा था समाज की तश्कील-ए-नौ (नया आकार देना) एक मंसूबे पर मुन्हसिर है और इसके लिए एक तंज़ीम की ज़रूरत है।’– तरक़्क़ी… Pratibimb Media10 December 202410 December 2024
Blogसाहित्य/पुस्तक समीक्षा श्रम की गरिमा बनाम भीख की संस्कृति जवरीमल्ल पारख ‘यह संयोग नहीं है कि भाजपा मनरेगा की हमेशा विरोधी रही है और मोदी सरकार ने अपने शासन… Pratibimb Media9 December 20249 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज मुनेश त्यागी की कविता – देखिए ना सब कुछ खतरे में मुनेश त्यागी जुमले और नारे सब के सब ही तो बता रहे हैं कानून का शासन और पूरा संविधान… Pratibimb Media2 December 20242 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत ओम प्रकाश तिवारी की कहानी – काली कुतिया प्रतीकात्मक फोटो ओम प्रकाश तिवारी देव को शहर से गांव गए तीन-चार दिन हो गए थे। इस बीच उसे काली… Pratibimb Media2 December 20242 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत हद ओम प्रकाश तिवारी दीपावली के अगले दिन क काफी देरी से सो कर उठे। इसकी वजह यह थी कि दिवाली… Pratibimb Media1 December 20241 December 2024