आज के युवाओं का प्रमुख लक्ष्य अपना घर, वित्तीय आजादी 

फाइब-मिलेनियल अपग्रेड इंडेक्स’ पर आधारित अध्ययन में कहा गया

अपना घर, उद्यमिता और वित्तीय आजादी भारतीय युवा आबादी के शीर्ष तीन दीर्घकालिक लक्ष्य हैं। एक अध्ययन मे यह बात कही गई है।

‘फाइब-मिलेनियल अपग्रेड इंडेक्स’ पर आधारित अध्ययन में कहा गया है कि सर्वेक्षण में शामिल 41 प्रतिशत से अधिक युवा आबादी अपना घर रखना चाहती है और उनकी आयु 30 वर्ष से कम है।

इसमें कहा गया है कि एकल महिलाओं ने एकल पुरुषों की तुलना में घर खरीदने की अधिक महत्वाकांक्षा दिखाई।

यह अध्ययन महानगरों और गैर-महानगरों के 8,000 व्यक्तियों के बीच किया गया था। उत्तरदाताओं में से अधिकांश (47 प्रतिशत) 30 वर्ष से कम आयु के थे, इसके बाद 30-35 वर्ष की आयु के 26 प्रतिशत, 35-40 वर्ष की आयु के 14 प्रतिशत और 40 वर्ष से अधिक आयु के 13 प्रतिशत उत्तरदाता थे।

सर्वेक्षण में शामिल लगभग 21 प्रतिशत व्यक्तियों का लक्ष्य अपना कारोबार शुरू करना या उसे बढ़ाना है, और 19 प्रतिशत लोग लंबी अवधि में आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनना चाहते हैं।

अध्ययन में पाया गया कि दूसरी ओर, पेशेवर विकास, नया गैजेट या वाहन खरीदना, और व्यक्तिगत सुधार जैसे कि दंत चिकित्सा, नेत्र शल्य चिकित्सा, और फिट होना युवा आबादी के अल्पकालिक लक्ष्यों में सबसे ऊपर हैं।

महानगरों में रहने वाली युवा आबादी बढ़ती प्रतिस्पर्धा के कारण बेहतर नौकरी हासिल करने के बारे में अधिक चिंतित हैं। महानगरों के 60 प्रतिशत युवाओं ने इसे एक प्रमुख लक्ष्य बताया है।

फाइब के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘हमारा अध्ययन उनके सामने आने वाली चुनौतियों के साथ-साथ उनकी जीवंत आकांक्षाओं को भी उजागर करता है, जो अनुरूप वित्तीय समाधानों की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।