बेतुकी बातें: 7- रिटायरमेंट एज
अजय शुक्ला
झम्मन: हां बताओ। कल तुमने empathy classes के बारे में बताने का वादा किया था…
सिरम्मन: किया था। मगर नहीं बताऊंगा। कल ख़बर की खुदाई में किसी को मज़ा नहीं आया।
झम्मन: क्यों आएगा भला! जो मज़ा कबर की खुदाई में है, वह ख़बर की खुदाई में कहां!!
सिरम्मन: गुड। इसी बात पर ज़रा बता कि आयम जस्ट जोकिंग किसका जुमला है?
झम्मन: चंकी पांडे का।
सिरम्मन: अब बता, आयम नॉट जोकिंग किसने कहा है?
झम्मन: किसी स्टैंड अप कॉमेडियन ने?
सिरम्मन: अरे नहीं! स्टैंड अप करने वालों ने तो मुंह पर ताला डाल लिया है।
झम्मन: फिर?
सिरम्मन: ट्रंप ने। डोनल्ड ट्रंप ने।
झम्मन: टैरिफ के बारे में धमकाया होगा
सिरम्मन: धमकाया तो है लेकिन टैरिफ को लेकर नहीं, खुद को लेकर दुनिया से कहा है: आयम कमिंग अगेन, द थर्ड टाइम।
झम्मन: तुम्हारी बात को समझना मुश्किल है। इसीलिए तुम्हें पाठकों ने खारिज़ कर दिया है।
सिरम्मन: समझाता हूं भाई। पिछले दिनों कुछ चर्चा हुई थी कि ट्रंप तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के चक्कर में हैं। कहते हैं कि उन्होंने खुद भी इस तरह की बात कही थी। बहरहाल, बात लेकिन आई गई हो गई। लेकिन कल मूर्ख दिवस के मौके पर सोशल मीडिया पर फिर इसी बात पर ज़ोरदार चर्चा छिड़ गई। कुछ लोगों ने लिख दिया कि यह सब एप्रिल फूल्स प्रैंक है। लोग शक करने लगे।
झम्मन: फिर?
सिरम्मन: बेचारे ट्रंप को खुद बताना पड़ा: आयम नॉट जोकिंग। आयम नॉट जाइंग। आयम आइंग। कमिंग अगेन। ऐन अगेन…ऐन अगेन
झम्मन: यह ठीक बात नहीं। 82 साल के हैं। थोड़ा सोचना चाहिए।
सिरम्मन: बात उमर की नहीं। अमेरिकी संविधान का 22वां अमेंडमेंट तीसरी बार राष्ट्रपति बनने से रोक देता है।
झम्मन: यह रोक तो अपने संविधान में होनी चाहिए थी।
सिरम्मन: होनी चाहिए थी। लेकिन नेहरू ने नहीं होने दिया?
झम्मन: क्या मतलब?
सिरम्मन: मतलब? ये देखो वॉट्सएप मैसेज। इसमें लिखा है कि गांधी जी ने संविधान सभा में प्रधानमंत्री पद के लिए दो बार की लिमिट की बात कही थी। तिलक भी इस बात पर सहमत थे। लेकिन नेहरू ने इसका विरोध किया। लेकिन गोखले, टैगोर, लाला जी और चितरंजन दास नेहरू के पक्ष में आ गए और गांधी की एक न चली।
झम्मन: क्या गप्प हांकते हो यार! जी करता है कि अपना सर पीट लूं।
सिरम्मन: पीट लेना। पर आगे यह भी समझाया गया है कि नेहरू ऐसा क्यों दो बार की लिमिट के खिलाफ थे। मैसेज बताता है कि नेहरू प्रधानमंत्री का सिंहासन पर हमेशा बैठे रहना चाहते थे। चीन इस बात को ताड़ गया। उसे डर था कि अगर नेहरू बने रहे तो भारत दुनिया भर में छा जाएगा। इसीलिए उसने हमला किया। चीन जानता था कि नेहरू डरपोक हैं। वे हमला बर्दाश्त नहीं कर पाएंगे। और वही हुआ। 27 मई को उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक पड़ गया।
झम्मन: हद है तुम्हारी बेतुकी बातों की। सब झूठ।
सिरम्मन: तो तुम टीवी देखा करो। वहां तुम्हें नोट में चिप वाली खबरें मिल जाएंगी।
झम्मन: अच्छा याद दिलाया। मुझे भी वॉट्सएप पर एक न्यूज़ मिली थी। उसमें कहा गया था कि सरकार ने ऐसे नोट बनाए हैं, जिन्हें आप बक्से या तहखाने या आउटहाउस में स्टोर नहीं कर सकते। उन्हें हर दो दिन में पानी में डालना आवश्यक है। ऐसा न करने पर वे बक्से के अंदर अपने आप जल जाएंगे।
सिरम्मन: तुमको विश्वास है?
झम्मन: बिलकुल। अनुपम खेर कहते नहीं कि कुछ भी हो सकता है?
सिरम्मन: चलो छोड़ो। हम लोगों ने दो अप्रैल को जमकर मूर्ख दिवस मना लिया। ये बताओ…सुना है मोदी जी के चौथे टर्म की बड़ी चर्चा है…
झम्मन: बेकार की बहस है। अपने यहां तो न उम्र की सीमा हो न जन्म का हो बंधन वाली छूट है। अटल 79 साल तक झाड़े रहो कलक्टरगंज गाते रहे। मन्नू बाबू 81 तक शेर सुनाते रहे और मोरारजी भाई 82 तक दहाड़ते रहे।
सिरम्मन: लेकिन आखिर उम्र होने पर रिटायर होना पड़ता है…
झम्मन: किसे? गरीब क्लर्क और चपरासी को। हाइकोर्ट का जज 62 में रिटायर होता है। सुप्रीम कोर्ट का 65 में। और ट्रिब्यूनल मिल गया तो 70 तक।
सिरम्मन: ऐसा क्यों?
झम्मन: ऐसा इसलिए कि ऊंचे पद पर बैठने के बाद आदमी की क्षमताएं उम्र के साथ बढ़ने लगती हैं। तुमने 40 साल के किसान मजदूर देखे होंगे जो 65 के दिखते हैं। गोदान का होरी 35 साल में खुद को बूढ़ा मान लेता है।
सिरम्मन: बात तो सही है। राजा महाराजाओं की उम्र नहीं देखी जाती।
झम्मन: यह बात मुगल बादशाहों पर भी लागू होती है। बदबख्त औरंगज़ेब 88 साल तक तख्तनशीन रहा।
सिरम्मन: हां और अपने स्वतंत्रता सेनानी बहादुरशाह ज़फ़र ने तो 82 साल की उम्र में गदर मचा दी थी।
झम्मन: ज़फ़र तो 71 साल की उम्र में बाप भी बने थे।
सिरम्मन: सच कहा, इन राजाओं महाराजाओं की क्षमताएं अनंत होती हैं।
झम्मन: शिलाजीत खाते थे सब
सिरम्मन: तुम्हे कैसे मालूम
झम्मन: इसलिए कि मेरे नगड़दादा उन्हें सप्लाई करते थे। वैद्य थे। चांदनी चौक में क्लिनिक था। ज़फ़र अक्सर आते थे।
सिरम्मन: तू तो पूरा गप्पू है रे। चलो कल तुम्हे empathy classes के बारे में बताता हूं।