उत्तर प्रदेश के नियोजन विभाग के अर्थ एवं संख्या प्रभाग ने राज्य की आर्थिक हालत पर एक अध्ययन रिपोर्ट तैयार कर जारी की है। यह रिपोर्ट प्रदेश के असमान आर्थिक स्थिति का एक प्रमाण है। इस रिपोर्ट के आधार पर वरिष्ठ पत्रकार और लेखक ओमप्रकाश तिवारी ने एक समीक्षात्मक टिप्पणी लिखी है जिसमें हर जिले की आय का ब्योरा दिया गया है। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के निर्वाचन क्षेत्र भी पड़ते हैं। क्या इस राज्य के लोगों की उपयोगिता केवल केंद्र में सरकार बनाने तक ही रह गई है? प्रदेश के लोग रोजी-रोटी , आमदनी, रोजगार के मुद्दे पर क्यों जागरूक नहीं हो पा रहे हैं? यह उनके मंथन का विषय है। लीजिए आप भी हालात से वाकिफ होइएः
जानिये यूपी की आर्थिक तंदुरुस्ती का हाल, पूर्वांचल के जिले पूरी तरह बेहाल
सालाना प्रति व्यक्ति आय में गौतमबुद़धनगर बहुत आगे, प्रतापगढ़ जिला सबसे पीछे
गौतमबुद्धनगर की प्रति व्यक्ति सालाना आय 10,17,758 रुपये, प्रतापगढ़ की 44,544 रुपये
प्रदेश की राजधानी लखनऊ 2,16,734 रुपये प्रति व्यक्ति सालाना आय के साथ दूसरे नंबर है
गाजियाबाद 2,11,505 रुपये के साथ तीसरे, 1,46,794 रुपये के साथ हमीरपुर चौथे स्थान पर
पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की प्रति व्यक्ति आय 1,03,354 रुपये
सीएम योगी के गृह जिले गोरखपुर की प्रति व्यक्ति आय 87,211 रुपये
राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की प्रति व्यक्ति आय 53,871 रुपये
अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र कन्नौज की प्रति व्यक्ति आय 68,730 रुपये
ओमप्रकाश तिवारी
उत्तर प्रदेश के जिलों में आर्थिक असमानता काफी है। प्रदेश की प्रति व्यक्ति सालाना आय 93,422 रुपये है लेकिन यह सभी जनपदों में समान नहीं है। सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति सालाना आय 10,17,758 रुपये गौतमबुद्धनगर की है। सबसे कम प्रतापगढ़ की 44,544 रुपये है। दोनों जनपदों में जमीन आसमान का अंतर है। प्रदेश के सभी 75 जिले नौ स्तर की श्रेणियों में विभाजित हैं। सबसे बेहतर हालत में गौतमबुद्धनगर है। इसके बाद लखनऊ और गाजियाबाद हैं। पूर्वांचल के जिलों की हालत काफी खराब है।
प्रति व्यक्ति आय के मामले में पश्चिम के जिलों की स्थिति ज्यादा ठीक है। मध्यांचल और पूर्वांचल की हालत ठीक नहीं है। सबसे कम आय वाले जिले इसी इलाके से हैं। वहीं, विनिर्माण, निर्माण कार्य, व्यापार व कारोबार और अचल संपत्ति की वजह से गौतमबुद्ध नगर की आय काफी ज्यादा है। दूसरे जिले इसके आसपास भी नहीं आते हैं। लोक प्रशासन और विनिर्माण कार्य की वजह से दो लाख रुपये से ऊपर की सालाना प्रति व्यक्ति आय में लखनऊ है। इसी तरह गाजियाबाद के लोगों की भी आय दो लाख से ऊपर है। विनिर्माण और निर्माण कार्य के कारण इस जिले का स्थान प्रदेश में तीसरा है।
एक से डेढ़ लाख रुपये प्रति व्यक्ति आय वाले प्रदेश में15 जिले हैं। 90 हजार से एक लाख रुपये के बीच प्रति व्यक्ति आय वाले केवल 8 जिले हैं। आठ जिले ही 80 हजार से 90 हजार रुपये के बीच वाले हैं। वहीं, 70 से 80 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय वाले 14 जिले हैं। 60 से 70 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय वाले भी 14 जिले हैं। 50 से 60 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय वाले 7 जिले हैं। सबसे कम 40 से 50 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय वाले 8 जनपद हैं।
सबसे कम आय वाले आठ जनपद पूर्वांचल के हैं। इनकी प्रति व्यक्ति आय 50 हजार रुपये से भी कम है। मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर की प्रति व्यक्ति आय 87,211 रुपये है। गोरखपुर का प्रदेश में 30वां स्थान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की प्रति व्यक्ति आय 1,03,354 रुपये है। प्रदेश में इस जिले का स्थान 16वां है।
विपक्ष के नेता कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली की प्रति व्यक्ति सालाना आय 53,871 रुपये है। यह अमेठी से भी कम है। सबसे कम आय वाले आठ जिलों से थोड़ी ज्यादा है। प्रदेश में रायबरेली जिले का स्थान 62वां है। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के संसदीय क्षेत्र कन्नौज जनपद की प्रति व्यक्ति सालाना आय 68,730 रुपये है। प्रदेश में इस जिले का 49 वां स्थान है। इसे इत्रनगरी से भी जाना जाता है।
उपरोक्त आंकड़े प्रदेश के नियोजन विभाग के अर्थ एवं संख्या प्रभाग ने तैयार किए हैं। इस अध्ययन रिपोर्ट में बताया गया है कि उत्पादों के प्रचलित मूल्यों के आधार पर साल 2023 और 24 में राज्य में प्रति व्यक्ति सालाना आय 93,422 रुपये है। जबकि स्थायी भावों पर यही आय 50341 रुपये हो जाती है। इस तरह प्रचलित मूल्यों और स्थायी मूल्यों के आधार पर ही काफी अंतर आ जाता है। इसी तरह जनपदों की आय में भी यह अंतर दिखाई पड़ता है। इस खबर में प्रचलित मूल्यों के आधार पर किए गए आय के आकलन का जिक्र किया गया है।
18 जिले जिनकी प्रति व्यक्ति सालाना आय एक लाख रुपये से ऊपर है।
जिला प्रति व्यक्ति आय सालाना
1-गौतमबुद्धनगर 10,17,758
दो लाख से ऊपर वाले दो जिले
1-लखनऊ 2,16,734
2-गाजियाबाद 2,11,505
एक लाख से डेढ़ लाख रुपये प्रति व्यक्ति आय वाले 15 जिले
1-हमीरपुर 1,46,794
2-सोनभद्र 1,44,578
3-मेरठ 1,38,887
4-एटा 1,34,040
5-कानपुर 1,31,956
6-आगरा 1,28,058
7-झांसी 1,26,203
8-महोबा 1,15,965
9-हापुड़ 1,13,456
10-बागपत 1,07,037
11-मथुरा 1,06,585
12-बुलंदशहर 1,04,471
13-वाराणसी 1,03,354
14-मुजफ्फरनगर 1,03,013
15-कानपुर देहात 1,02,657
90 हजार से ऊपर और एक लाख से कम आय वाले आठ जिले
1-शामली 99,440
2-सहारनपुर 97,992
3-जालौन 97,415
4-अमरोहा 97,280
5-अलीगढ़ 94,378
6-ललितपुर 94,082
7-हथरस 91,960
8-बरेली 91,511
80 हजार से ऊपर और 90 हजार से कम आय वाले आठ जिले
1-प्रयागराज 89,790
2-अयोध्या 89,629
3-अमेठी 87,560
4-गोरखपुर 87,211
5-मुरादाबाद 86,570
6-रामपुर 86,473
7-कासगंज 81,939
8-चित्रकूट 81,216
70 हजार से ऊपर और 80 हजार से कम आय वाले 14 जिले
1-बिजनौर 79,980
2-खीरी 76,962
3-बाराबंकी 76,931
4-इटावा 76,631
5-शाहजहांपुर 76,366
6-मैनपुरी 75,922
7-पीलीभीत 74,270
8-फतेहपुर 74,248
9-बांदा 72,688
10-मिर्जापुर 72,257
11-फिरोजाबाद 71,242
12-संभल 70,972
13-श्रावस्ती 70,615
14-उन्नाव 70,503
60 हजार से ऊपर और 70 हजार से कम आय वाले 14 जिले
1-कन्नौज 68,730
2-सीतापुर 68,091
3-औरैया 66,819
4-बस्ती 65,317
5-कौशाम्बी 64,497
6-चंदौली 63,951
7-फर्रुखाबाद 63,084
8-सुल्तानपुर 63,019
9-आंबेडकरनगर 61,753
10-भदोही 61,323
11-हरदोई 60,910
12-बदायूं 60,864
50 हजार से ऊपर और 60 हजार से कम आय वाले सात जिले
1-कुशीनगर 54,569
2-रायबरेली 53,871
3-बलरामपुर 52,751
4-गोंडा 52,663
5-संतकबीरनगर 51,724
6-महाराजगंज 51,493
7-गाजीपुर 51,005
40 हजार से ऊपर और 50 हजार से कम आय वाले आठ जिले
1-देवरिया 49,166
2-मऊ 49,002
3-आजमगढ़ 48,652
4-बहराइच 48,264
5-बलिया 47,067
6-जौनपुर 46,826
7-सिद्धार्थनगर 46,322
8-प्रतापगढ़ 44,544

लेखक- ओमप्रकाश तिवारी
