अगले महीने राज्यसभा में नजर आएंगे कमल हासन
डीएमके ने अभिनेता का समर्थन किया, स्टालिन का वादा पूरा किया
दक्षिण भारत के सुपरस्टारों में शुमार कमल हासन जल्द ही राज्यसभा में नजर आएँगे। इसके लिए एक महीने का समय भी नहीं बचा है। 19 जून को आठ राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं, जिनमें तमिलनाडु की छह और असम की दो सीटें शामिल हैं। तमिलनाडु से कमल हासन सत्तारूढ़ डीएमके के सहयोग से संसद के ऊपरी सदन के सदस्य बनेंगे।
कमल हासन ने 2018 में चुनावी राजनीति में उतरने के लिए मक्कल निधि मय्यम (एमएनएम) नामक दल का गठन किया था जिसके वह प्रमुख हैं। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि एमएनएम का जन्म डीएमके, एआईएडीएमके, भाजपा और कांग्रेस की पारंपरिक राजनीति का विरोध करने के लिए हुआ था! 2019 के लोकसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद उनकी पार्टी ने 2024 के चुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। हालांकि, 2021 के विधानसभा चुनाव में कमल खुद कोयंबटूर से चुनाव लड़े और दूसरे नंबर पर रहे।
एमएनएम 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले औपचारिक रूप से डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो गया। कमल ने तमिलनाडु के 39 निर्वाचन क्षेत्रों में से किसी पर भी पार्टी के उम्मीदवार नहीं खड़े किये। बल्कि, डीएमके-कांग्रेस-वाम गठबंधन को बिना शर्त समर्थन दिया। उस समय, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कमल को लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने या चुनाव के बाद राज्यसभा सीट स्वीकार करने का विकल्प दिया था। उन्होंने वादा किया कि संसद के ऊपरी सदन में मतदान में कमल को समर्थन दिया जाएगा।
इस वर्ष की शुरुआत में स्टालिन के करीबी मंत्री पीके शेखर बाबू ने कमल के चेन्नई स्थित आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की थी। बैठक के बाद शेखर ने मीडिया से कहा कि स्टालिन कमल से किया वादा पूरा करेंगे। इसके बाद पार्टी के आठवें स्थापना दिवस के अवसर पर भाषण देते हुए कमल ने स्वयं औपचारिक और अनौपचारिक तरीके से संसदीय राजनीति में पदार्पण की घोषणा की। तमिलनाडु के छह सांसदों अंबुमणि रामदास, एन षणमुगम, एन चंद्रशेखरन, एम मोहम्मद अब्दुल्ला, पी विल्सन और वाइको का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त होने वाला है। इनमें से चार सीटें डीएमके को मिल सकती हैं। शेष दो सीटें AIADMK को मिल सकती हैं।