हरियाणा का ‘सुपर 100’ कर रहा प्रतिभावान छात्रों के सपने साकार

 

  • सुपर 100 कार्यक्रम की काजल को माइक्रोसॉफ्ट से मिला 31 लाख का पैकेज
  • आईआईटी दिल्ली में पढ़ाई कर रहे प्रवीण को भी ऑफर हुआ 18 लाख का पैकेज
  • मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रेरणा से शुरू किया गया है सुपर- 100 कार्यक्रम
  • मुख्यमंत्री ने सफलता हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को दी शुभकामनाएं

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की प्रेरणा से शुरू किया गया सुपर- 100 कार्यक्रम होनहार छात्रों के सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस कार्यक्रम की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सुपर 100 कार्यक्रम की पहली छात्रा काजल को माइक्रोसॉफ्ट से 31 लाख की सैलरी का पैकेज ऑफर हुआ है।

फतेहाबाद के इंदाछोई गांव की रहने वाली काजल वर्तमान में आईआईटी बॉम्बे में कंप्यूटर साइंस में बी.टेक. की पढ़ाई कर रही है। वहीं सुपर 100 कार्यक्रम के पहले बैच के एक अन्य छात्र प्रवीण को सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर ट्रेसाटा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड से 18 लाख का पैकेज ऑफर हुआ है। प्रवीण आईआईटी दिल्ली के छात्र हैं और सिरसा के मुन्नावाली गांव के रहने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि सुपर 100 प्रोग्राम के पहले बैच के छात्र इस साल कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हो रहे हैं। भविष्य में और भी कई छात्रों का चयन होने की उम्मीद है।

दोनों छात्रों ने साझा किया कि सुपर 100 कार्यक्रम ने उनकी इस उपलब्धि में बहुत बड़ा योगदान किया है। इस कार्यक्रम ने उन्हें सही मार्गदर्शन और उच्च शिक्षा की सुविधा प्रदान की है, जिससे उन्होंने अपनी क्षमताओं को पूरे पोटेंशियल तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि सुपर 100 कार्यक्रम ने उन्हें जीवन में सही दिशा में बढ़ने की कला सिखाई है, जो उन्हें अगले कदमों के लिए तैयार करेगी। छात्रों ने हरियाणा सरकार, विशेषकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया है और उन्हें उनकी सहयोगी नीतियों के लिए सराहा।

इस महत्वपूर्ण मौके पर मुख्यमंत्री ने उन सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी जो इस सफलता का हिस्सा बने हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों ने अपनी मेहनत और समर्पण से साबित किया है कि अगर उन्हें सही मार्गदर्शन और समर्थन मिलता है तो वे भी किसी भी क्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। हरियाणा सुपर 100 कार्यक्रम ने इसी उदाहरण को सकारात्मक रूप से प्रस्तुत किया है ।