हरियाणा बार्डर पर पुलिस की गोली से मारे गए किसान शुभकरण सिंह का परिवार भी पंजाब कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ
- राजा वड़िंग ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ आधिकारिक शिकायत सौंपी
- शुभकरण सिंह को न्याय मिलने तक हम विरोध जारी रखेंगे: पीपीसीसी प्रमुख
संगरूर। युवा किसान शुभकरण सिंह की हरियाणा पुलिस की गोली से मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रमुख अमरिन्दर सिंह राजा वड़िंग के नेतृत्व में कांग्रेस ने संगरूर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सरकार और हरियाणा प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध किया। इस मौके पर हरियाणा बार्डर पर आंदोलन के दौरान पुलिस की गोली से मारे गए युवा किसान शुभकरण सिंह का परिवार भी प्रदर्शन में शामिल हुआ। प्रदर्शनकारियों ने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वड़िंग ने बताया की तीन दिन पहले, शुभकरण सिंह के दुखद निधन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर की मांग करते हुए तीन पन्नों की एक व्यापक शिकायत सौंपी गई थी, जिसमें हरियाणा के गृह मंत्री और जींद के पुलिस अधीक्षक के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग शामिल थी। अफसोस की बात है, पंजाब पुलिस की प्रतिक्रिया अब तक कमज़ोर रही है, एफआईआर शुरू करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है। उन्होंने सवाल किया कि इस मामले को दूसरे मामलों की तुलना में उदासीनता के साथ क्यों व्यवहार किया जा रहा है?”
राजा वड़िंग ने पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी, पंजाब सरकार के साथ, हमें आश्वासन दे सकते हैं कि शुभकरण सिंह के लिए न्याय उनके शोक संतप्त परिवार के लिए मुआवजा राशि या रोजगार देने के माध्यम से सुरक्षित किया जा सकता है? सुप्रीम कोर्ट ने आदेश है कि शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज करना संवैधानिक अधिकार है।
उन्होंने कहा कि हालांकि पंजाब का इरादा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन है, लेकिन हरियाणा पुलिस द्वारा हिंसा भड़काने के परिणामस्वरूप मौतें हुईं, यह निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य के एक अन्य किसान प्रीतपाल सिंह के साथ क्रूरता की गई है, उन्हें चोटें आई हैं, फिर भी उन्हें बिना बताए रोहतक में हिरासत में रखा गया है। पंजाब प्रशासन अपने लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा क्यों नहीं होता?”
एआईसीसी के संयुक्त कोषाध्यक्ष विजय इंदर सिंगला ने दोहराया कि एफआईआर दर्ज करने की आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार आपस में मिली हुई हैं। जबकि हरियाणा पुलिस का पंजाब के किसानों के खिलाफ अत्याचार जारी है। पंजाब पुलिस चुप रहती है और अपने ही लोगों का बचाव नहीं कर रही है। यह जरूरी है कि हरियाणा के गृह मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए अन्यथा लोगों का देश के कानून से भरोसा उठ जाएगा।
संगरूर जिला कांग्रेस अध्यक्ष दलवीर सिंह ‘गोल्डी खंगुरा’ ने कहा कि हम शुभकरण सिंह के लिए न्याय की लड़ाई लड़ने के लिए यहां हैं। हमारी लड़ाई न केवल केंद्र सरकार के खिलाफ है बल्कि राज्य सरकार के खिलाफ भी है जो चुप बनी हुई है और पंजाब के लोगों की मदद नहीं कर रही है। हम अपने अधिकारों के लिए शांतिपूर्वक विरोध करना चाहते हैं, लेकिन हरियाणा प्रशासन हिंसा भड़का रहा है, जिसके परिणामस्वरूप हमें अपने किसानों को खोना पड़ रहा है। विरोध करने का अधिकार हर भारतीय का संवैधानिक अधिकार है और हमें दिल्ली जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।
इस मौके पर प्रमुख रूप से गुरशरण कौर रंधावा, अध्यक्ष पंजाब महिला कांग्रेस, कुलदीप सिंह ढिल्लों, कांग्रेस जिला अध्यक्ष बरनाला, जसपाल दास, कांग्रेस जिला अध्यक्ष मालेरकोटला, मुनीश बंसल हलका प्रभारी बरनाला, राहुल इंदर भठल, जगदेव गागा, सतनाम सत्ता, हरपाल सिंह सोनू, कुलदीप सिंह जिला अध्यक्ष ओबीसी सेल संगरूर आदि मौजूद रहे।