Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत कार्ल सैंडबर्ग की कविताएं शिकागो और घास कार्ल सैंडबर्ग अमेरिका के एक महत्त्वपूर्ण कवि हैं। उन्हें हम जनवादी कवि कह सकते हैं। सैंडबर्ग ने शिकागो के बारे… Pratibimb Media21 October 202422 October 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत जीएन साई बाबा की कविता : यह दिन भी बीतेगा अभी पिछले दिनों जीएन साई बाबा की निधन हो गया। जीएन साईबाबा, जो दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के प्रोफेसर थे,… Pratibimb Media15 October 202416 October 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत आज मनमोहन का जन्मदिन है- कवि-आलोचक मनमोहन के निजी और सार्वजनिक के बहाने- कॉमरेड बीटी रणदिवे के साथ मनमोहन चाय पीते हुए हिंदी के प्रसिद्ध कवि और आलोचक मनमोहन का आज जन्मदिन है।… Pratibimb Media2 October 20243 October 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत कर्म चंद केसर की दो हरियाणवी ग़ज़लें कर्म चन्द केसर बिपत्या और बिमारी लिख। अपणी ह्कीकत सारी लिख। ठग्गी , चोरी , जारी लिख। किसनैं करी गद़्दारी… Pratibimb Media27 September 202427 September 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत आओ मिलकर हम सब प्यार करें मुनेश त्यागी नहीं रह सकता है आदमी प्यार बिना मोहब्बत है उसकी बुनियादी… Pratibimb Media26 September 2024
Blogसाहित्य/पुस्तक समीक्षा नव्य उदार यथार्थ और मार्क्सवादी असफलताएं मार्क्सवादी आलोचक फ्रेडरिक जेम्सन का निधन हो गया। प्रतिबिम्ब मीडिया की तरफ से उनको विनम्र श्रद्धांजलि। हम उनके प्रति श्रद्धांजलि… Pratibimb Media23 September 202424 September 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत विजेता दहिया गुल्फ़ाम की कविता ‘भेड़िया’ भेड़ / Sheep* भेड़ किताबें नहीं पढ़ती वे कविता नहीं लिखती भेड़ भीड़ का हिस्सा है वे एकांत में नहीं… Pratibimb Media16 September 202416 September 2024
Blogसाहित्य/पुस्तक समीक्षा सीताराम येचुरी:एक स्मरण स्वराजबीर उसका प्रकाश और तनाव से भरा हुआ माथा जहां एक कश्मकश की जोत जलती है जहां आपसी संवाद… Pratibimb Media15 September 202415 September 2024
Blogविरासतसाहित्य/पुस्तक समीक्षा विज्ञान आलोचना का स्वागत करता है : गौहर रजा ‘मिथकों से विज्ञान तक’-पुस्तक पर एक संवाद/प्रगतिशील लेखक संघ चंडीगढ़ का आयोजन गत 30 अगस्त को प्रगतिशील लेखक संघ… Pratibimb Media13 September 202413 September 2024
Blogसाहित्य/पुस्तक समीक्षा असद ज़ैदी, व्यापक सवालों से जूझती उनकी कविता ‘1857 ; सामान की तलाश’ और सामंतवाद के गुमाश्तों का अप्रासंगिक शोर असद ज़ैदी एक प्रतिष्ठित प्रगतिशील जनवादी कवि और चिंतक है। वह वामपंथी हैं, और पिछले लंबे समय से विचारधारा में… Pratibimb Media12 September 202412 September 2024