साहित्यकारों ने गुरुनानक देव जी के सामाजिक और राजनीतिक विचारों पर चर्चा की
अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ करनाल- पानीपत- कैथल इकाई की करनाल में संगोष्ठी
करनाल। वीरवार छह नवंबर को सेक्टर 13, अर्बन एस्टेट करनाल स्थित आर्य समाज मंदिर भवन के सभागार में अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ हरियाणा (करनाल- पानीपत- कैथल इकाई) के तत्वावधान में सिख धर्म के प्रवर्तक श्री गुरुनानक देव जी के 556वें जन्म दिवस पर गुरुनानक देव जी सामाजिक और राजनीतिक विचारों को लेकर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें करनाल, पानीपत और कैथल जिलों से आए पंद्रह विद्वानों और विदुषियों ने भाग लिया।

संगोष्ठी की अध्यक्षता प्रलेस की करनाल इकाई के अध्यक्ष जगदीश सिंह विर्क ने की। इकाई सचिव डॉक्टर करनैल चंद ने संगोष्ठी का संचालन किया। डॉ करनैल चंद ने गुरु नानकदेव जी के विचारों और चिंतन पर विस्तार से चर्चा करते हुए उनके विचारों की वर्तमान समय में प्रासांगिता पर बल दिया। प्रधान जगदीश विर्क ने गुरु नानक जी के के विचारों की पृष्ठभूमि और उनकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। कामरेड अरोड़ा व अन्य साथियों ने गुरुनानक देव जी के सामाजिक समानता,धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद, सांप्रदायिकता व जातीय दृष्टिकोण और सिद्धांतों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

लगभग दो घंटे तक चली इस संगोष्ठी ने उपस्थित साथियों के मन में गुरुनानक देव जी की सामाजिक समानता से विचारधारात्मक अगुवाई का अनुसरण करते रहने की ऊर्जा का संचार किया। संगठन के प्रधान जगदीश सिंह विर्क और सचिव डॉक्टर करनैल चंद ने संगोष्ठी के समापन के अवसर पर बताया कि प्रलेस की करनाल- पानीपत- कैथल इकाई की आगामी संगोष्ठी किसी और समसामयिक विषय पर आगामी माह के अंतिम रविवार को भी होगी।
