रामस्वरूप किसान  की कविता – चुप क्यों है जहां

कविता

चुप क्यों है जहां

रामस्वरूप किसान

 

कब से

फिलीस्तीन को

खाए जा रहा है

एक आदमखोर

हुक्मरां

भूखे बच्चों को

छाती से चिपका

कब से भटक रही हैं

बदहवास माएं

यहां-वहां

इतने पर भी

चुप क्यों है जहां।