HomeBlogरामस्वरूप किसान की कविता – चुप क्यों है जहां रामस्वरूप किसान की कविता – चुप क्यों है जहां 28 August 202528 August 2025Pratibimb Media कविता चुप क्यों है जहां रामस्वरूप किसान कब से फिलीस्तीन को खाए जा रहा है एक आदमखोर हुक्मरां भूखे बच्चों को छाती से चिपका कब से भटक रही हैं बदहवास माएं यहां-वहां इतने पर भी चुप क्यों है जहां। Post Views: 351
राजकुमार कुम्भज की तीन कविताएँ राजकुमार कुम्भज की तीन कविताएँ 1. ग्रीष्म का पता _______ ग्रीष्म का पता उस मज़दूर से पूछो जिसकी पीठ से…
नेताओं के लगातार पार्टी छोड़ने से राजा वड़िंग मुश्किल में पंजाब कांग्रेस के नेताओं के लगातार पार्टी छोड़ने बारे अलग-अलग कारण देखे जा रहे हैं लेकिन पार्टी हाईकमान प्रदेश प्रधान…
वे इन द वर्ल्ड: 17वीं-20वीं सदी में मुस्लिम महिलाएं कैसे यात्रा करती थीं रक्षंदा जलील उपनिवेशवाद, लिंग, यात्रा, धर्म, पैसा इस पुस्तक में अप्रत्याशित तरीके से एक साथ आते हैं। इसके अलावा, शिक्षित…