‘तुमने अपनी गंदी किडनी अपने बाप को दे दी’! तेजस्वी ने रोहिणी से कहा?

पार्टी की हार के बाद बिहार में राजद में घमासान

‘तुमने अपनी गंदी किडनी अपने बाप को दे दी’! तेजस्वी ने रोहिणी से कहा?

परिवार टूटने के बाद लालू की बेटी और भी विस्फोटक

बिहार में विधानसभा चुनाव में आरजेडी की हार के बाद उसके मुखिया लालू प्रसाद के परिवार में घमासान मच गया है। विवाद पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। चुनाव से पहले बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को घर से निकालकर लालू प्रसाद यादव ने नाता तोड़ लिया तो अब उनकी  बेटी रोहिणी आचार्य ने परिवार से नाता तोड़ लिया है। लालू की यह वही बेटी हैं जिसने कुछ साल पहले लालू को अपनी किडनी दान की थी। रोहिणी ने परिवार छोड़कर भाई तेजस्वी यादव और उनके करीबियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

पहले मीडिया में खबरें आईं इसके बाद रोहिणी खुद ही पत्रकारों के समक्ष उपस्थित हुईं और बगैर नाम लिए छोटे भाई तेजस्वी पर बहुत तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बेइज्जत करके घर से निकाल दिया गया। तेजस्वी आरजेडी और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे। ऐसे में रोहिणी के आरोपों ने उनकी पार्टी को उनसे असहज कर दिया है।

आनंदबाजार डॉटकाम में प्रकाशित रिपोर्ट में के मुताबिक रोहिणी ने दावा किया कि घर छोड़ने से पहले उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया। उन्होंने मुझे पीटने के लिए जूते भी उठाए। इसलिए रोहिणी ने अपने आत्मसम्मान से समझौता किए बिना परिवार छोड़ दिया।

रविवार सुबह रोहिणी ने सोशल मीडिया पर एक कदम आगे बढ़कर बताया कि उन्हें अपने पिता को किडनी दान करने के लिए भी परेशान किया गया। उन्हें बताया गया कि उनकी किडनी ‘गंदी’ है। रोहिणी ने लिखा, “मुझे गालियाँ दी गईं और कहा गया कि मैं गंदी हूँ। मैंने अपनी गंदी किडनी अपने पिता को दे दी। मैंने करोड़ों रुपये लिए। मैंने टिकट खरीदा।”

लालू की बेटी ने शादीशुदा लड़कियों को अपना उदाहरण देते हुए नसीहत दी। उन्होंने कहा, “मैं शादीशुदा लड़कियों और बहनों से कहना चाहती हूँ कि अगर पिता के घर में कोई भाई या बेटा है, तो आप में से किसी को भी देवतुल्य पिता को बचाने नहीं जाना चाहिए। उस घर के भाई यानी बेटे से कहो कि वो किडनी दान करे। सभी लड़कियों और बहनों को अपना घर, अपना परिवार, अपने बच्चे, अपना काम और अपने ससुराल का ध्यान रखना चाहिए। लड़कियों को अपने माता-पिता का नहीं, सिर्फ़ अपने बारे में सोचना चाहिए।”

उन्होंने यह भी लिखा, “मैंने अपने पिता को किडनी दान करते समय अपने परिवार और तीन बच्चों के बारे में न सोचकर बहुत बड़ा गुनाह किया। मैंने अपने पति या ससुराल वालों से भी इजाज़त नहीं ली। मैंने अपने पिता को बचाने के लिए जो किया, उसे अब गंदा कहा जा रहा है। कोई भी मेरी जैसी गलती कभी न करे। रोहिणी जैसी लड़की किसी को कभी न मिले।”

इससे पहले, एक अन्य पोस्ट में, रोहिणी ने कहा था कि जब वह घर से निकली थीं, तब उनके माता-पिता और बहनें रो रहे थे। लेकिन वह लाचार थीं। उन्हें अपने माता-पिता का घर छोड़ने और अपने परिवार से नाता तोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। हालाँकि, रोहिणी ने किसी भी पोस्ट में तेजस्वी या किसी और का नाम नहीं लिया। शनिवार को घर से निकलने के बाद, वह पहली बार पत्रकारों से मुखातिब हुईं और तीन लोगों पर मामला दर्ज कराया। उन्होंने तेजस्वी और उनके करीबी संजय यादव और रमीज खान पर अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने ही सवाल उठाया था कि पार्टी क्यों हारी। उन्होंने पार्टी में संजय और रमीज की भूमिका पर सवाल उठाया। इसीलिए उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।

तेजस्वी में से किसी ने भी अभी तक इस बारे में कुछ नहीं कहा है। लालू-तेजस्वी की पार्टी ने पिछली बार 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में 75 सीटें जीती थीं। इस बार यह संख्या घटकर केवल 25 रह गई है।

रोहिणी की ‘बगावत’ पर आरजेडी जहां खामोश है, वहीं बीजेपी खुलकर सामने आ गई है। लालू और उनकी पार्टी की ‘देशभक्त’ और ‘महिला विरोधी’ कहकर आलोचना की जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *