Blogगीत ग़ज़ल एस.पी. सिंह की ग़ज़ल- मुल्तवी कर दूं एस.पी. सिंह की ग़ज़ल- मुल्तवी कर दूं रदीफ़: “मुल्तवी कर दूं” क़ाफ़िया: मुलाक़ात, सौग़ात, बारात, जज़्बात, ताबात, बरसात, तन्हाई,… Pratibimb Media23 September 202523 September 2025