मास्टर, दुनिया खतरे में है !
व्यंग्य मास्टर, दुनिया खतरे में है ! रमेश जोशी आज तोताराम वैसे ही विनम्र, गंभीर और शालीन बना हुआ था जैसे अपने चुनाव प्रचार के लिए निकला कोई कुख्यात बाहुबली । आकर चुपचाप बैठ गया । हमने ही छेड़ा, क्या मुहर्रमी सूरत बना रखी ? बोला- बात ही ऐसी है । पता नहीं, अब और कितने दिन यह सनातन संसार बचा है ? हमने कहा- संसार को आज तक सभी धर्मों, दार्शनिकों और ज्ञानियों ने नश्वर कहा है और आज तू उसे सनातन बता रहा है, अज्ञानी ! बोला- मैं इस नश्वर संसार की बात नहीं कर रहा हूँ । अज्ञानी तो तू है । सनातन संसार का मतलब है सनातन का संसार मतलब सनातन का अस्तित्व । हमने कहा- जिसका खुद का अस्तित्व खतरे में वह कैसा सनातन ? जो सनातन है उसका कौन, क्या बिगाड़ सकता है । वैसे यह भविष्यवाणी क्या किसी बीबी वंगी ने की है ? बोला- क्या तू अपनी सत्य सिद्ध हो चुकी भविष्यवाणियों के लिए विश्वप्रसिद्ध बाबा वंगा को नहीं जानता ? वह एक महिला थी बाबा वंगा । हमने कहा- हमें पता है लेकिन जब वह महिला है तो ‘’बाबा वंग’’ कैसे हो सकती है ? उसे तो अपने लिंग के अनुसार ‘बीबी वंगी’ होना चाहिए । बोला- मास्टर, यह समय भाषा की टाँग तोड़ने का नहीं, शत्रु का सिर फोड़ने का है । हमने चौंककर कहा- किस शत्रु का सिर फोड़ना है ? पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के धूल चटा दी, और छोटी नाक वाले गणेश निर्माता को लाल आँख और 56 इंची छाती से डरा तो दिया । अब और कौन सा शत्रु आ गया ।…
