- फरीदाबद में वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चंद्र बोस की 165वीं जयंती मनाई गई
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी कार्यक्रम में शामिल होकर वैज्ञानिक को किया याद
जगचंडीगढ़। जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फ़रीदाबाद में वीरवार को प्रख्यात वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चंद्र बोस की 165वीं जयंती मनाई गई। आधुनिक विज्ञान में भारत के अग्रणी और वायरलेस संचार के वास्तुकार के रूप में पहचाने जाने वाले जेसी बोस की विरासत पर एक शोध संवाद सत्र के माध्यम से चर्चा की गई। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शामिल होकर वैज्ञानिक बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर प्रतिष्ठित वक्ताओं सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर, नई दिल्ली के वैज्ञानिक डॉ. मेहर वान और दिल्ली विश्वविद्यालय के पादप आणविक जीवविज्ञान विभाग की प्रोफेसर परमजीत खुराना ने अपनी विशेषज्ञता साझा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने की।
इससे पहले, कुलपति प्रो. तोमर ने आमंत्रित वक्ताओं के साथ जगदीश चंद्र बोस को पुष्पांजलि अर्पित की और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया
इस अवसर पर, कुलपति प्रो. तोमर ने जेसी बोस के अंत:विषय शोध एवं विज्ञान में योगदान पर बल दिया और युवा शोधकर्ताओं से उनके जीवन और कार्य से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।