- पंजाब विधानसभा स्पीकर संधवां ने सदन में सदस्यों को गंभीरता से फैसले लेने की ताकीद की
चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा के बजट सत्र में सोमवार को स्पीकर कुलतार सिंह संधवां उस समय काफी गंभीर हो गए जब सत्तापक्ष के एक विधायक ने शून्यकाल के दौरान राज्य में अफीम की खेती शुरु कराने का मुद्दा फिर से उठाया। स्पीकर ने विधायक समेत सभी सदस्यों को इस मामले की गंभीरता का हवाला देते हुए सोच-समझकर फैसला लेने की हिदायत दी।
आप विधायक कुलवंत सिंह बाजीगर ने पंजाब में अफीम की खेती शुरु कराने की मांग करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर सदन के सभी सदस्य भी सहमत हैं और सदन में ही पहले भी यह मांग उठने पर सभी सदस्यों ने इसका सकारात्मक स्वागत किया था। बाजीगर ने कहा कि कृषि मंत्री को सदन के सदस्यों की यह मांग स्वीकार कर लेनी चाहिए और राज्य में अफीम की खेती शुरु करानी चाहिए।
इस पर स्पीकर संधवां ने इतिहास का जिक्र करते हुए सदस्यों को बताया कि अंग्रेज जब किसी भी तरह चीन को नहीं हरा सके तो उन्होंने बंगाल में अफीम की खेती शुरु की और उसी के सहारे चीन को परास्त कर दिया।
संधवां ने कहा- “नशे से जो हालात बन चुके हैं, पंजाब में माताएं रोती हैं, नहीं देखा जाता। वह खुद कहती हैं कि उनके बच्चों को जेल में डाल दो, जान तो बच जाएगी।” उन्होंने कहा कि किसी भी चीज के अगर फायदे हैं तो नुकसान भी हैं।
ऐसे में कोई भी फैसला लेने से पहले उसके परिणामों पर गंभीरता से विचार करना जरूरी होता है।
स्पीकर ने अफीम की खेती के मामले को लेकर सरकार को कोई हिदायत तो नहीं दी लेकिन सदन में मौजूद सभी सदस्यों को इस पर चिंतन का ताकीद अवश्य की।