- बिट्टू ने सिक्योरिटी व सुविधाएं बचाए रखने के लिए यह कदम उठाया
- पंजाब में नेता प्रतिपक्ष ने कहा, पंजाब के लोग गद्दारी करने वालों को माफ नहीं करते
लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने को लेकर पंजाब कांग्रेस में खलबली मच गई है। पार्टी प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के तीखे बयान के बाद नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने भी बिट्टू पर निशाना साधते हुए कहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिट्टू को इसका परिणाम भुगतना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि बिट्टू ने सिक्योरिटी व सुविधाएं बचाए रखने के लिए यह कदम उठाया है।
बाजवा ने ट्वीट कर कहा- पंजाब के लोग गद्दारी करने वालों को कभी माफ नहीं करते। अच्छा हुआ बला टली। इसके साथ ही बाजवा ने मीडिया से बातचीत का एक वीडियो भी अपलोड किया, जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा में शामिल होकर बिट्टू ने अपने हाथ से अपनी गर्दन काट ली है।
बिट्टू का सिख विरोधी चेहरा अब भाजपा को भी नुकसान पहुंचाएगा। बाजवा ने कहा कि बिट्टू का जाने का कोई अफसोस नहीं है, इससे हमें शांति मिली है।
हम सोच रहे थे कि इसे कैसे जवाब दिया जाए लेकिन वह तो खुद ही छोड़कर भाग गए। हालांकि बाजवा ने यह भी कहा कि बिट्टू ने जो कदम उठाया है, उसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था।
उसे पार्टी ने छोटी सी उम्र में पहले यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया, फिर श्री आनंदपुर साहिब से सांसद का टिकट दिया। बाद में जब पता चला कि वह पांच साल तक अपने हलके में किसी से मिले नहीं और इस सीट पर अगला चुनाव नहीं जीत सकेंगे तो बिट्टू ने अपने दादा दिवगंत बेअंत सिंह की दुहाई देकर अपनी सीट बदलवाई।
बाजवा ने आगे कहा कि जब वह 11 साल पहले प्रदेश प्रधान थे, तब पार्टी ने बेअंत सिंह का सम्मान करते हुए बिट्टू को लुधियाना सीट से टिकट दिया। उन्होंने कहा कि इस समय बेअंत सिंह जी जहां भी बैठे होंगे, वह अपने पोते के इस कदम के बारे में क्या सोचते होंगे?
बाजवा ने दावा किया कि इस बार लुधियाना सीट से बिट्टू दो लाख से ज्यादा वोटों से हारने वाले थे। इसी वजह से कांग्रेस चिंतित थी कि इनका क्या किया जाए। लेकिन अब उनके भाजपा में जाने से कांग्रेस की मुश्किल राह आसान हो गई है। इस बार कांग्रेस से नया चेहरा आएगा।
बाजवा ने चुटकी ली कि भाजपा में जाना ही था तो बताकर तो जाते। मुझे सुबह उस समय पता चला जब वह भाजपा की स्टेज पर बैठे हुए थे।