कविता
भूखा बच्चा
मनजीत सिंह
बच्चा झोपड़ी के
बाहर खड़ा
आते जाते
लोगों को
वाहनों को
भरी नजरों से
ताक रहा था
और बाट जोह रहा था
कोई आएगा
भोजन कपड़े कम्बल रजाई
देगा और सर्दी जल्दी
निकल जाएगी
इसी आस में
टक टकी लगाए
खड़ा रहता है
पूरा दिन।
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