दक्षिणी राज्यों के साथ अन्याय अलग राष्ट्र की मांग को मजबूर करेगा : डी के सुरेश

  • विवादित बयान देते हुए केंद्र सरकार पर लगाया आरोप – दक्षिण राज्यों से एकत्र राशि उत्तर भारत को बांटी जा रही है
  • कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के भाई हैं सुरेश

नई दिल्ली/बेंगलुरु। कांग्रेस सांसद डी के सुरेश ने वीरवार को कहा कि अगर विभिन्न करों से एकत्रित धनराशि के वितरण के मामले में दक्षिणी राज्यों के साथ हो रहे ‘अन्याय’ को ठीक नहीं किया गया तो दक्षिणी राज्य एक अलग राष्ट्र की मांग करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

डी के सुरेश ने यह दावा किया कि दक्षिण से एकत्रित कर की धनराशि को उत्तर भारत में वितरित किया जा रहा है और दक्षिण भारत को उसका उचित हिस्सा नहीं मिल रहा है।

सुरेश के भाई और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि सुरेश ने केवल आम जनता की धारणा के बारे में बात की।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सुरेश के इस बयान को लेकर उनकी कड़ी आलोचना की है। सुरेश के इस बयान पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा- दक्षिण भारत के लिए अलग राष्ट्रीयता की मांग नहीं की जा सकती।

देश की संप्रभुता बनी रहनी चाहिए। हालांकि, सिद्धरमैया ने कहा कि कर हस्तांतरण को लेकर दक्षिण भारत के साथ अन्याय हो रहा है।कर संग्रह के मामले में हम (कर्नाटक) देश में महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर हैं।

इसके बावजूद, हमारे साथ अन्याय हो रहा है।बेंगलुरु ग्रामीण सीट से सांसद सुरेश ने दावा किया कि दक्षिणी राज्यों से एकत्र कर को उत्तर भारत में वितरित किया जा रहा है और हर दृष्टि से दक्षिण भारत पर हिंदी ‘‘थोपी’’ जा रही है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए सुरेश ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि अगर केंद्र कर्नाटक को उसके हिस्से का पैसा दे दे तो यह पर्याप्त होगा। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि हमें अपने राज्य से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी), सीमा शुल्क और प्रत्यक्ष करों में अपना हिस्सा मिलना चाहिए।

हम दक्षिण भारत के साथ बहुत अन्याय होते हुए देख रहे हैं… हम अपने हिस्से का पैसा उत्तर भारत में बंटते हुए देख रहे हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि दक्षिण भारत के साथ सभी पहलुओं में अन्याय हुआ है। सुरेश ने कहा कि अगर आज हम इसकी निंदा नहीं करेंगे तो आने वाले दिनों में दक्षिण भारत

के लिए एक अलग राष्ट्र का प्रस्ताव रखने की नौबत आ जाएगी।सुरेश की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए उपमुख्यमंत्री शिवकुमार ने कहा कि उनके भाई ने केवल सार्वजनिक धारणा के बारे में बात की है।

शिवकुमार ने कहा, ‘‘मैं अखंड भारत का हूं। भारत एक है। सुरेश ने सिर्फ लोगों के विचार व्यक्त किये हैं। लोग सोच रहे हैं कि उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।

उन्होंने सिर्फ लोगों के साथ हो रहे अन्याय के बारे में बात की है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक राष्ट्र है। कहीं भी अन्याय नहीं होना चाहिए। हमारे सुदूरवर्ती गांव को भी हिंदी पट्टी के क्षेत्रों जैसा प्रोत्साहन मिलना चाहिए।’’

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने सुरेश की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करते हुए कहा-जिम्मेदार पद पर बैठे लोगों को बोलने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर लेना चाहिए।