पंजाब के जालंधर में मादक पदार्थ तस्करों की अवैध संपत्ति को ढहाया गया

चंडीगढ़/जालंधर। नशे के खिलाफ मौजूदा अभियान के तहत पंजाब पुलिस ने फिल्लौर में मादक पदार्थ तस्करों द्वारा निर्मित संपत्ति को स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर रविवार को ध्वस्त कर दिया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फिल्लौर के खानपुर और मांडी गांवों में पंचायती जमीन पर अतिक्रमण कर अवैध ढांचे बनाए गए थे। मादक पदार्थ तस्करी की पृष्ठभूमि वाले दो लोगों का इन ढांचों पर कब्जा था।

जालंधर (ग्रामीण) के एसएशपी हरकमल प्रीत सिंह खख के अनुसार फिल्लौर के प्रखंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) के अनुरोध पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। उन्होंने कहा कि बीडीपीओ ने अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस सहायता मांगी थी। यह कार्रवाई खानपुर निवासी जसवीर सिंह उर्फ ​​शीरा और मंडी निवासी भोली के खिलाफ ग्राम पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप में की गई।

पुलिस ने कहा कि भोली एक कुख्यात मादक पदार्थ तस्कर है और उसके खिलाफ मादक पदार्थ संबंधी कई मामले दर्ज हैं, जिनमें 2005 में 1.190 किलोग्राम ‘स्मैक’ की बरामदगी, 2015 में दो किलोग्राम पोस्त की जब्ती और 2022 में बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ की बरामदगी शामिल है।

खख ने कहा कि जसवीर सिंह भी कई मामलों में नामजद है जिनमें से एक मामला ‘चरस’ और नशीले इंजेक्शन की व्यावसायिक मात्रा से जुड़ा है। राजस्व और पंचायत अधिकारियों के साथ मिलकर पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि अतिक्रमण को सुचारू रूप से ध्वस्त किया जाए तथा किसी भी व्यवधान को रोकने के लिए पर्याप्त तैनाती की गई। उन्होंने कहा कि ये दोनों नशा तस्कर अकसर ग्रामीणों को डराते-धमकाते रहते थे।

संबंधित अधिकारियों ने पुष्टि की है कि जमीन सही मायने में ग्राम पंचायत की है और आरोपियों ने उस पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को राज्य को नशामुक्त बनाने के लिए तीन महीने की समयसीमा तय की थी।