विश्वविद्यालयों के बुनियादी ढांचे के विकास में पूर्व छात्रों का सहयोग लेंः मुख्यमंत्री

 

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार विश्वविद्यालयों के बुनियादी ढांचे के विकास में पूर्व छात्रों को शामिल करने की योजना बना रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इसके लिए विश्वविद्यालयों को एलुमनी सेल के साथ-साथ एक सीएसआर सेल भी स्थापित करने पर जोर दिया है।
मुख्यमंत्री ने यह विजन शुक्रवार को यहां उच्च शिक्षा विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रस्तुत किया। उन्होंने एलुमनी समुदाय में अंतर्निहित अपार संभावनाओं को पहचानते हुए विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से पूर्व छात्र नेटवर्क को सक्रिय कर प्रभावी ढंग से उन्हें विश्वविद्यालयों के बुनियादी विकास में शामिल करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एलुमनी के सक्रिय सहयोग से विश्वविद्यालय अपने संसाधनों को बढ़ाते हुए बुनियादी सुविधाओं की वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। इससे न सिर्फ विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे में पर्याप्त वृद्धि होगी, बल्कि शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए अनुकूल वातावरण भी निर्मित होगा।

विश्वविद्यालयों में रिक्त खेल पदों पर नियुक्त होंगे पदक विजेता खिलाड़ी

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे खिलाड़ी लगातार विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं और खेल विभाग द्वारा नीति अनुसार उन्हें नियुक्ति दी जा रही है। ऐसे सभी होनहार खिलाड़ियों को विश्वविद्यालयों में खेल से संबंधित रिक्त पदों पर नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा मनोहर लाल ने कैथल में महर्षि वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय को बस खरीदने के लिए अपने स्वैच्छिक कोष से 25 लाख रुपये का अनुदान देने की घोषणा की। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा आनंद मोहन शरण, मुख्यमंत्री के उप प्रधान सचिव, के एम पांडुरंग, अध्यक्ष राज्य उच्च शिक्षा परिषद कैलाश चंद्र शर्मा, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के कुलपति प्रोफेसर राजबीर सिंह, जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रोफेसर एस. के. तोमर, भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की वीसी प्रोफेसर सुदेश, गुरुग्राम यूनिवर्सिटी गुरुग्राम के वीसी प्रोफेसर दिनेश कुमार, महर्षि वाल्मिकी संस्कृत विश्वविद्यालय, कैथल के वीसी प्रो. रमेश चंद्र भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।