बनारस मंडल के कर्मचारियों ने ओपीएस के लिए आंदोलन के प्रति जताई एकजुटता
एनपीएस यूपीएस के विरोध का फैसला लिया
वाराणसी। ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन उत्तर प्रदेश (AINPSEF) के तत्वावधान में आयोजित विशाल संगोष्ठी में पेंशन बहाली और स्कूल मर्जर मुद्दे पर रविवार को डॉ मंजीत सिंह पटेल बतौर मुख्य अतिथि बनारस पहुंचे। कार्यक्रम में महाराष्ट्र से फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव मो जुल्फिकार अहमद, यूपीपीडब्ल्यू मिनी. एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पद्मनाभ त्रिवेद, उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामलाल यादव, उप्र पंचायती राज सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष बसंत लाल गौतम, मिनिस्टीरियल अध्यक्ष यूपी सिंह और तेलंगाना से रघुनंदन भी उपस्थित रहे और अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में बनारस मंडल के 15 से अधिक विभागों के कर्मचारी उपस्थित हुए और एक सुर में सभी आंदोलन के साथ मजबूती से खड़े रहने का संकल्प लिया और एनपीएस यूपीएस के विरोध का फैसला किया। डॉ पटेल ने कहा कि जब तक यूनिफाइड पेंशन स्कीम में वॉलंटरी रिटायरमेंट के दिन से पेंशन देने की शुरुआत नहीं की जाती और 50% पेंशन देने की गणना का आधार 25 वर्ष से घटकर 20 वर्ष नहीं किया जाता तब तक नई पेंशन स्कीम और यूनिफाइड पेंशन स्कीम दोनों का विरोध जारी रहेगा।
कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश फेडरेशन के अध्यक्ष अंकुर त्रिपाठी विमुक्त के नेतृत्व और प्रदेश प्रभारी तरुण भोला, महासचिव नीरज पटेल और संयोजक प्रदीप सरल के निर्देशन में पूर्वांचल के प्रभारी अमित पांडेय और उनकी टीम द्वारा किया गया। पटेल ने कार्यक्रम में अंकुर त्रिपाठी और उनकी टीम के द्वारा मर्जर के विरोध में शुरू किए शैक्षिक जन आंदोलन की सराहना की और यूपीएस को बिना जरूरी बदलाव के अस्वीकार घोषित किया।
उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष रामलाल यादव ने कहा की पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई में महासंघ और उसके साथ 17 संगठनों का संयुक्त मोर्चा ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलता रहेगा और पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचने में पूरा समर्थन देता रहेगा।