- कथित शराब घोटाले में ईडी की टीम ने पहले दो घंटे तक की दिल्ली के मुख्यमंत्री से पूछताछ, फिर किया जब्त
- केजरीवाल के घर के बाहर पहुंचे आप कार्यकर्ताओं ने किया रोष प्रदर्शन
- हाईकोर्ट से राहत न मिलने पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका में दाखिल की याचिका
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने पहले 10वां समन जारी किया और उसके बाद उनके आवास पर पहुंची। जहां केजरीवाल से दो घंटे तक पूछताछ की। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इस बीच, दिल्ली की कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और जेल से सरकार चलायेंगे ।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार की शाम को उच्चतम न्यायालय का रुख कर आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में किसी भी दंडात्मक कार्रवाई से संरक्षण दिये जाने का अनुरोध किया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को इस मामले में दंडात्मक कार्रवाई से कोई संरक्षण देने से इनकार कर दिया था। इसके कुछ घंटों बाद केजरीवाल ने उच्चतम न्यायालय का रुख किया।
हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत और न्यायमूर्ति मनोज जैन की पीठ ने केजरीवाल को राहत न देते हुए दंडात्मक कार्रवाई से संरक्षण के अनुरोध संबंधी अर्जी को 22 अप्रैल को आगे के विचार के लिए सूचीबद्ध कर लिया। उच्च न्यायालय ने कहा, ‘‘हमने दोनों पक्षों को सुना है और हम इस स्तर पर (संरक्षण देने के लिए) इच्छुक नहीं हैं। प्रतिवादी जवाब दाखिल करने के लिए स्वतंत्र है।’’
ईडी ने जांच से संबंधित दस्तावेज अदालत के समक्ष रखे और कहा कि पूछताछ के लिए केजरीवाल को बुलाने के पर्याप्त कारण और सामग्री मौजूद है।
सीएम केजरीवाल के घर के आसपास धारा 144 लागू और फोन जब्त
ईडी की जांच के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर नेता, मंत्री और कार्यकर्ता भारी संख्या में पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने सीएम केजरीवाल के घर के बाहर धारा 144 लागू कर दी। केजरीवाल का फोन भी जब्त कर लिया। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी सीएम आवास पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ पता नहीं चला। अब तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वे चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की आवाज को दबाना चाहते हैं। इसलिए वे उन्हें गिरफ्तार करना चाहते हैं। आप नेता सौरभ भारद्वाज और आतिशी भी केजरीवाल के आवास पर पहुंचे।
‘आप’ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सिलसिलेवार पोस्ट कर बताया, ‘‘दिल्ली के बेटे अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची ईडी! भाजपा को पता होना चाहिए कि आज पूरा देश जिस पहाड़ के समर्थन में खड़ा है, वह उस पहाड़ को हिलाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली की जनता सब देख रही है। आज कोई चुप नहीं बैठेगा।’’
पार्टी ने आईस्टैंडविद केजरीवाल के साथ पोस्ट किया, ‘‘अरविंद केजरीवाल को झुकाने के लिए भाजपा किसी भी स्तर तक गिर सकती है। पूरी दिल्ली समेत देश की जनता आज अपने नायक अरविंद केजरीवाल के साथ खड़ी है। आपकी ये तानाशाही नहीं चलेगी और हर घर से एक केजरीवाल निकलेगा।’’
‘आप’ नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ भाजपा की राजनीतिक टीम (ईडी)., केजरीवाल की सोच को कैद नहीं कर सकती…क्योंकि आप ही भाजपा को रोक सकती है.. सोच को कभी दबाया नहीं जा सकता।’’
जानें क्या है शराब घोटाला मामला
कोरोना काल के बीच दिल्ली सरकार ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 लागू की थी। इस शराब नीति के कार्यान्वयन में कथित अनियमितता की शिकायतें आईं जिसके बाद उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की। इसके साथ ही दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 सवालों के घेरे में आ गई। हालांकि, नई शराब नीति को बाद में इसे बनाने और इसके कार्यान्वयन में अनियमितताओं के आरोपों के बीच रद्द कर दिया गया था।
अब तक 15 से ज्यादा गिरफ्तार
दिल्ली शराब नीति अनियमितता मामले की जांच कर रही दोनों एजेंसियां सीबीआई और ईडी अब तक 15 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी हैं। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता संजय सिंह, मनीष सिसोदिया, विजय नायर, समीर महेंद्रू, अरुण रामचंद्रन, राजेश जोशी, गोरन्तला बुचिबाबू, अमित अरोड़ा, बेनॉय बाबू (फ्रांसीसी शराब कंपनी पर्नोड रिकार्ड के महाप्रबंधक), पी सरथ चंद्र रेड्डी, अरबिंदो फार्मा के पूर्णकालिक निदेशक और प्रमोटर, व्यवसायी अमनदीप धाल और व्यवसायी अभिषेक बोइनपल्ली शामिल हैं।