कांग्रेस ने बाजवा के खिलाफ पंजाब अनुसूचित जाति आयोग की कार्रवाई पर आपत्ति जताई
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस ने पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को एक होर्डिंग पर तस्वीरें लगाने के लिए पंजाब अनुसूचित जाति आयोग द्वारा तलब किए जाने की कड़ी निंदा की है।
इस समन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष राणा के.पी. सिंह ने कहा कि चुनावी गतिविधियों की निगरानी और आदर्श आचार संहिता का पालन कराना भारतीय चुनाव आयोग का काम है, न कि पंजाब अनुसूचित जाति आयोग का इससे कोई लेना देना है।
उन्होंने कहा कि बाजवा को तलब करने की आयोग की कार्रवाई एक खास नेता के प्रति पक्षपात को दर्शाती है। राणा ने कहा कि वह (बाजवा) अकेले नेता नहीं थे, जिन्होंने उस सभा को संबोधित किया था जिसमें वह होर्डिंग लगाया गया था, जिस पर आयोग ने आपत्ति जताई थी। बाजवा को ही क्यों तलब किया जाना चाहिए? क्या सिर्फ इसलिए कि वह तरनतारन में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं?
पूर्व स्पीकर ने इस बात पर जोर दिया कि चुनावों के संचालन और निगरानी के लिए भारतीय चुनाव आयोग के समानांतर कोई संरचना नहीं हो सकती, क्योंकि इससे उचित प्रक्रिया कमजोर होगी और विपक्षी दलों को समान अवसर नहीं मिलने का खतरा होगा।
