कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी धुआंधार चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। शुक्रवार को उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उनके व्यक्तित्व के कई रंग नजर आए। इस बीच एक बात जो साफ तौर पर नजर आ रही है कि राहुल गांधी बेबाक और बेलौस होकर भाषण दे रहे हैं। आज जहां एक तरफ राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को बहस करने की चुनौती दी वहीं कहा कि नरेंद्र मोदी अब प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि यूपी में भाजपा को करारी हार मिलेगी तथा उसे 180 सीट से ज्यादा नहीं मिलेगी। वहीं लखनऊ में राहुल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने भी गलतियां की हैं और उसे अपनी राजनीति में बदलाव करना होगा।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक राहुल गांधी ने शुक्रवार को लखनऊ में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘राष्ट्रीय संविधान सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि सच्चाई यह है कि कांग्रेस पार्टी को आने वाले समय में अपनी राजनीति को बदलना होगा।
उन्होंने कहा कि मैं यह भी कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी ने भी गलतियां की हैं, मैं कांग्रेस का होते हुए भी यह कह रहा हूं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा 180 सीट से अधिक नहीं जीतेगी।
गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक बात की गारंटी देता हूं कि अब जो चुनाव हो रहा है उसमें नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं बन रहे हैं। आप चाहते हो तो साइन करके दे देता हूं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी जी की पूरी रणनीति भाई को भाई से लड़ाने की है और इस चुनाव में वह काम नहीं कर रही है। अगर पूरी चीटिंग कर दी गयी, तो कोई बात नहीं, लेकिन भाजपा 180 से आगे नहीं जा रही है।
राहुल गांधी ने समाज में दो तरह के लोग होते हैं, एक तो वे लोग होते हैं जो पूरी जिंदगी सत्ता के पीछे दौड़ते-दौड़ते सच्चाई को कभी स्वीकार नहीं करते। वे न अपनी सच्चाई स्वीकार करते और न किसी और की सच्चाई स्वीकार करते। और उनको एक ही चीज दिखती कि किसी न किसी तरह हमारे हाथों में सत्ता आ जाए, बाकी सब छोड़ो।
जबकि दूसरे तरीके के लोग होते जो कहते यह सच्चाई है, इसे स्वीकार कर रहा हूं।
इस दौरान उन्होंने अपनी भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए खुद की स्थिति स्पष्ट की और कहा कि सच्चाई यह है कि मैं जनता की आवाज हूं। मैं भारत जोड़ो यात्रा में समझ गया कि मैं जनता की आवाज, जनता का दुख दर्द हूं और इसके सिवा मैं कुछ हूं ही नहीं।
मुझे और किसी चीज में रुचि नहीं है। अब सवाल उठता है कि आगे क्या करना है। किसी का नुकसान नहीं करना है, सबसे पहले हिंदुस्तान की जो सामाजिक सच्चाई है उसको देश के सामने रखना है। किसी को धमकी नहीं देनी, चोट नहीं मारना है।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि इस देश के दलित, अल्पसंख्यक, गरीब, सामान्य वर्ग, आदिवासी, पिछड़े, सबकी भागीदारी स्पष्ट करना है। अगर हमने सच्चाई रख दी तो हिंदुस्तान की राजनीति बदल जाएगी।
राजनीति में अपना अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा, ”एक सुबह उठते ही कहता है कि सत्ता कैसे मिलेगी लेकिन मेरी दूसरी समस्या है, मैं उसके बीच में पैदा हुआ, मेरी उसमें रुचि नहीं है।”
”वह (सत्ता) मेरे लिए औजार है कि उसका प्रयोग जनता की मदद के लिए कैसे करूं। वह मेरे लिए ड्रग (नशा) नहीं है। मैंने अपनी दादी की लाश देखी है, पिता की लाश देखी है।”
राहुल ने कहा कि मोदी जी जिस सुपर पावर की बात करते हैं वह 90 प्रतिशत आबादी के बिना हो ही नहीं सकता है। नौकरशाही, मीडिया, न्यायपालिका, खेल में 90 प्रतिशत नहीं आएंगे तो कौन सा सुपर पावर बनने वाला है।
उन्होंने पूछा कि आप अपनी 10 प्रतिशत आबादी को सुपर पावर बनायेंगे क्या? कौन सी दुनिया में हैं आप? सुपर पावर तो 90 प्रतिशत है।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी कहते है कि मैं संविधान को रद्द करना नहीं चाहता। लेकिन, जब आप सीबीआई और ईडी को लेकर राजनीति और लोकतंत्र पर आक्रमण करते हैं तो आप संविधान पर आक्रमण कर रहे होते हैं। जब सभी संस्थाओं में आरएसएस के लोगों को भर रहे हैं तो आप संविधान पर हमला कर रहे हैं।
गांधी ने मोदी पर तंज किया कि मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं हैं, मोदी जी राजा हैं। उनको कैबिनेट से कुछ लेना देना नहीं हैं, उनको संविधान से कुछ लेना देना नहीं है। वह 21वीं सदी के राजा हैं।
उन्होंने आगे कहा कि बहुत सारे अनपढ़ राजा हिंदुस्तान में हुए जिनमें अहंकार नहीं था, वे काम चला लेते थे, जनता की बात सुन लेते थे, ये किसी की नहीं सुनते।
जब भीड़ में से एक व्यक्ति ने राहुल गांधी से पूछा कि क्या वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ आमने-सामने बहस का निमंत्रण स्वीकार करेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘मैं किसी के भी साथ, प्रधानमंत्री के साथ बहस के लिए शत प्रतिशत तैयार हूं। लेकिन मुझे पता है। प्रधानमंत्री जी मुझसे बहस नहीं करेंगे।”
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी बहस कर सकते हैं।
पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि हमने इसे घोषणापत्र में शामिल नहीं किया है लेकिन मामला विचार के लिए खुला है।
सरकार द्वारा निजीकरण किए गए संस्थानों के पुन:राष्ट्रीयकरण के एक सवाल का जवाब देते हुए गांधी ने कहा, “यह मुश्किल होगा, लेकिन हम बड़े संस्थानों के खुले तौर पर निजीकरण की अनुमति नहीं देंगे।
उप्र में ‘इंडिया गठबंधन’ का तूफान आ रहा है,मोदी फिर से प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे
कन्नौज में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि नरेन्द्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे और लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा की सबसे बड़ी हार होगी।
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन इंडिया का उत्तर प्रदेश में तूफान आ रहा है। कांग्रेस और उद्योगपतियों अडाणी एवं अंबानी के बीच साठगांठ के मोदी के आरोप पर राहुल गांधी ने पलटवार करते हुए कहा-आपने देखा होगा कि 10 साल में नरेन्द्र मोदी जी ने अडाणी और अंबानी का नाम नहीं लिया…10 साल में उन्होंने हजारों भाषण दिए, लेकिन अडाणी-अंबानी का नाम तक नहीं लिया। मगर, जब कोई डर जाता है, तो वह उन लोगों का नाम लेता है, जिनके बारे में वह सोचता है कि वे उसे बचा पायेंगे…इसीलिए मोदी जी ने अपने दो मित्रों का नाम ले लिया ।
वह कह रहे हैं कि मुझे बचाओ, इंडिया गठबंधन ने मुझे घेर लिया है, मैं हार रहा हूं। मोदी जी कह रहे हैं कि अडाणी-अंबानी जी मुझे बचाइए।
प्रधानमंत्री के बुधवार के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि अच्छा , उनको यह भी मालूम है कि अडाणी जी किस टेम्पो में और कैसा पैसा भेजते हैं। प्रधानमंत्री जी को टेम्पो वाला व्यक्तिगत अनुभव है ।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को मांग की थी कि पार्टी को लोगों को बताना चाहिए कि उसने ‘अंबानी-अडानी’ मुद्दा उठाना क्यों बंद कर दिया है जैसा कि उसके ‘शहजादे’ करते थे। उन्होंने पूछा कि क्या उसने कोई ‘सौदा’ कर लिया है।
मोदी ने तेलंगाना के वेमुलावाड़ा में एक चुनावी रैली में कहा था, क्या कांग्रेस के पास इतनी तेजी से नोट (पैसा) पहुंच गया है कि उसने ‘अंबानी-अडानी’ को निशाना बनाना बंद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अब भाजपा, नरेन्द्र मोदी, अमित शाह आपके ध्यान को इधर-उधर ले जाने की कोशिश करेंगे…अगले 10-15 दिनों में ये आपके ध्यान को भटकाने की कोशिश करेंगे…आपको भटकना नहीं है। हिंदुस्तान के चुनाव में एक ही मुद्दा है उस मुद्दे से सारे मुद्दे निकलते हैं…मुद्दा यह संविधान है..(संविधान की किताब दिखाते हुए), इस किताब में हिंदुस्तान के गरीबों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों, किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों को अधिकार दिया गया है।
उन्होंने कहा ,‘‘चाहे वह वोट हो, आरक्षण हो, सार्वजनिक क्षेत्र हो, रोजगार हो, जमीन हो, सभी चीजें इस किताब ने दी हैं। लेकिन भाजपा ने मन बना लिया है कि अगर वह चुनाव जीती तो वही संविधान को रद्द करने जा रही है.।
अपने संबोधन में अखिलेश यादव ने कहा,”अब तो भाजपा की हार होने में बस चार कदम, चार चरण बाकी हैं । यह चौथे चरण का चुनाव बिल्कुल बीच का चुनाव है लेकिन अभी तक वह बहुत नीचे जा चुकी है।
आप नेता संजय सिंह ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा,”ये लोग आरक्षण खत्म करना चाहते हैं, ये लोग संविधान खत्म करना चाहता हैं। अरे जो बाबा साहब का संविधान खत्म करेगा, हम उसकी जमानत जब्त करेंगे।”
संजय सिंह ने कहा कि “भाजपा के लोग इतनी नफरत करते हैं, इतना अपमान करते हैं कि जो पांच साल मुख्यमंत्री रहे, उनके घर को गंगाजल से धोया और कन्नौज में जब अखिलेश जी मंदिर गए तो उसे धोया, पिछड़ों से इतनी नफरत, उनका इतना अपमान करते हो।”
कानपुर से आ रही मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘इंडिया’ गठबंधन के उम्मीदवार के समर्थन में आयोजित चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने चुनाव में अपनी मेहनत की भी चर्चा की।
उन्होंने कहा, ”हमें जो करना था, जो काम जो मेहनत करनी थी, वह कर दी है, अब आप देखना उप्र में हमारे गठबंधन (इंडिया गठबंधन) को 50 से कम एक भी सीट नहीं मिलने वाली है। 4 जून, 2024 को नरेन्द्र मोदी हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे। आप लिखकर ले लो, नरेन्द्र मोदी जी हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री नहीं बन सकते हैं।
उन्होंने कहा कि देश में हर प्रदेश में हमने भाजपा को रोका है। ये जो मीडिया वाले हैं, अडाणी के हैं, सच्चाई नहीं बोलेंगे।