Blogआलोचना/ लेखकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतकानून/ वकीलनाटक रंगमंच थियेटरमजदूरमहिलावामपंथी दलसाहित्य/पुस्तक समीक्षासोशल मीडिया मजदूरों किसानों की सामाजिक न्याय की सरकार ही कर सकती है अम्बेडकर के सपनों को साकार मजदूरों किसानों की सामाजिक न्याय की सरकार ही कर सकती है अम्बेडकर के सपनों को साकार मुनेश त्यागी दुनिया… Pratibimb Media6 December 2025
Blogनाटक रंगमंच थियेटरसाहित्य/पुस्तक समीक्षा सत्ता परिवर्तन एक छलावा- दो नाट्य रूपांतरण पुस्तक समीक्षा सत्ता परिवर्तन एक छलावा- दो नाट्य रूपांतरण जयपाल दो नाट्य रूपांतरण प्रोफेसर लेखक/अभिनेता/निर्देशक/ नाटककार डॉ इन्द्र पाल आनंद… Pratibimb Media29 November 202530 November 2025
कला/कलाकारव्यंग्यसमाचार भारत को गुस्सा नहीं, संविधान चलाता है: कामरा ने फिर हमला बोला, ध्रुव राठी ने उनका साथ दिया भारत को गुस्सा नहीं, संविधान चलाता है: कामरा ने फिर हमला बोला, ध्रुव राठी ने उनका साथ दिया एक इमेज… Pratibimb Media27 November 202527 November 2025
अंतरराष्ट्रीयकला/कलाकारकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतगीत ग़ज़ल मूर पुरस्कार 2025 की संक्षिप्त सूची में भारतीय लेखिका नेहा दीक्षित शामिल मूर पुरस्कार 2025 की संक्षिप्त सूची में भारतीय लेखिका नेहा दीक्षित शामिल लंदन। भारतीय लेखिका नेहा दीक्षित का नाम… Pratibimb Media12 November 202512 November 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतनाटक रंगमंच थियेटरविरासतसमाचारसिनेमा/ शास्त्रीस संगीत/गीत/गीतकार/गायक/ संगीत/ संगीतकार फिल्म हरियाणा का लोकनाट्य एक सांझी विरासत: ‘सांग’व नाटक हरियाणवी संस्कृति के प्रतिबिंब हरियाणा का लोकनाट्य एक सांझी विरासत: ‘सांग’व नाटक हरियाणवी संस्कृति के प्रतिबिंब ये प्रदेश की प्राचीन संस्कृति से लेकर आधुनिक… Pratibimb Media6 November 20256 November 2025
Blogकर्मचारीनाटक रंगमंच थियेटरहरियाणा ओमप्रकाश बहार – हर फन में माहिर, नाम नहीं, काम की चिंता करने वाला हरियाणाः जूझते जुझारू लोग -32 ओमप्रकाश बहार – हर फन में माहिर, नाम नहीं, काम की चिंता करने वाला सत्यपाल… Pratibimb Media3 November 20253 November 2025
कला/कलाकारमनोरंजन/सिनेमासमाचार “जाने भी दो यारो’’ के डी’मेलो का मुंबई में निधन “जाने भी दो यारो’’ के डी’मेलो का मुंबई में निधन सतीश शाह ने 74 वर्ष की आयु में ली अंतिम… Pratibimb Media26 October 202526 October 2025
Blogनाटक रंगमंच थियेटर कलाकार जब प्रकृति साध सृजनकार हो गए ! कलाकार जब प्रकृति साध सृजनकार हो गए ! मंजुल भारद्वाज कल्पना का साकार होना अद्भुत, विरल और विलक्षण होता है।… Pratibimb Media16 October 202515 October 2025
Blogनाटक रंगमंच थियेटर अमूर्त के मूर्त होने का कला बोध ही सौन्दर्य है! अमूर्त के मूर्त होने का कला बोध ही सौन्दर्य है! मंजुल भारद्वाज कला का अहसास ही सौन्दर्य है! दृष्टि,विचार,चेतना का… Pratibimb Media15 October 202515 October 2025
Blogनाटक रंगमंच थियेटर थिएटर ऑफ़ रेलेवंस – रंगकर्म से सकारात्मक परिवर्तन ! थिएटर ऑफ़ रेलेवंस – रंगकर्म से सकारात्मक परिवर्तन ! -मंजुल भारद्वाज थिएटर ऑफ़ रेलेवंस रंग दर्शन के अनुसार रंगमंच… Pratibimb Media26 September 2025