Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत

मंजुल भारद्वाज की कविता- अर्थ खोजता हुआ

कविता अर्थ खोजता हुआ! मंजुल भारद्वाज संवेदनाओं के समंदर में एक तूफ़ान उठा है  अपने को समूल मथता हुआ व्यक्तित्व…

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हिंद माता का वंदन, गुजराती में

हिंद माता का वंदन, गुजराती में अनुवादक की कलम से इस गुजराती वंदना में भारत की संतानों में वाल्मिकी, व्यास,…

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ओमप्रकाश तिवारी की कविता- जननायक की कथा

कविता जननायक की कथा ओमप्रकाश तिवारी ———— आभासी उत्सवी माहौल से निपट कर मीडिया मेड धीरोदात्त नायक पांवों के छाले…

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ओमप्रकाश तिवारी की कविता- सन्तान मोह और मानव सभ्यता

कविता सन्तान मोह और मानव सभ्यता ओमप्रकाश तिवारी ……. क्या दो जून की रोटी के लिए जिंदगी पर जिल्लतें झेलता…

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यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के सपनों की आजादी तो नही

यह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों के सपनों की आजादी तो नही मुनेश त्यागी   यह दाग दाग उजाला, यह…

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मंजुल भारद्वाज की कविता – आज़ादी की पुकार है!

आज़ादी की पुकार है! -मंजुल भारद्वाज हे आज़ादी के पैरोकार अब हथकड़ियों का श्रृंगार करो ! सच बोलने वालो ज़हर…

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मंजुल भारद्वाज की कविता- सत्ता झूठी है!

कविता सत्ता झूठी है! मंजुल भारद्वाज ये बच्चा सच्चा है पर भूखा है ! इसे उम्मीद है इसके हाथ के…