Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय /समाज मंजुल भारद्वाज की कविता- भूख कविता भूख -मंजुल भारद्वाज वक़्त का क्या वो बदलता रहता है फ़ितरत का क्या बदलती रहती है … Pratibimb Media14 November 202514 November 2025
अंतरराष्ट्रीयकला/कलाकारकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतगीत ग़ज़ल मूर पुरस्कार 2025 की संक्षिप्त सूची में भारतीय लेखिका नेहा दीक्षित शामिल मूर पुरस्कार 2025 की संक्षिप्त सूची में भारतीय लेखिका नेहा दीक्षित शामिल लंदन। भारतीय लेखिका नेहा दीक्षित का नाम… Pratibimb Media12 November 202512 November 2025
Blogगीत ग़ज़ल मनजीत मानवी की एक और ग़ज़ल ग़ज़ल मनजीत मानवी वो आया भी और चला भी गया इक कोह सा मगर दरमियाँ ही रहा कहीं कोई… Pratibimb Media12 November 202512 November 2025
Blogअंतरराष्ट्रीयपुरस्कार/ सम्मानसाहित्य/पुस्तक समीक्षासिनेमा/ शास्त्रीस संगीत/गीत/गीतकार/गायक/ संगीत/ संगीतकार फिल्म हंगरी-ब्रिटिश लेखक डेविड स्जेले को उपन्यास ‘फ्लेश’ के लिए 2025 का बुकर पुरस्कार हंगरी-ब्रिटिश लेखक डेविड स्जेले को उपन्यास ‘फ्लेश’ के लिए 2025 का बुकर पुरस्कार लंदन। हंगरी-ब्रिटिश लेखक डेविड स्जेले को उनके… Pratibimb Media11 November 202512 November 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतचुनाव आशा की यादें: मैंने 1974 में कनाडा का चुनाव कैसे लड़ा संस्मरण आशा की यादें: मैंने 1974 में कनाडा का चुनाव कैसे लड़ा सैयदा हमीद आज, वर्तमान व्यवस्था के कटु… Pratibimb Media10 November 202511 November 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतपर्यीवरण/जलवायु मंजुल भारद्वाज की कविता- प्रकृति बिकाऊ नहीं है! कविता प्रकृति बिकाऊ नहीं है! – मंजुल भारद्वाज आज हर मनुष्य को लगता है वो अपनी ज़रुरत की हर चीज़… Pratibimb Media10 November 2025
Blogगीत ग़ज़ल मनजीत मानवी की ग़ज़ल मनजीत मानवी की ग़ज़ल जब जब शाख पे कोयल बोले, हयात नई हो जाती है थके थके से जीवन… Pratibimb Media10 November 202510 November 2025
Blogकर्मचारीसाहित्य/पुस्तक समीक्षाहरियाणा ज़हर पीकर भी ज़िन्दा हैं जो पुस्तक समीक्षा ज़हर पीकर भी ज़िन्दा हैं जो जयपाल हरियाणा में महिला सफाई-कर्मियो की आप-बीती की एक पुस्तक इन दिनों… Pratibimb Media8 November 20258 November 2025
Blogगीत ग़ज़ल मनजीत मानवी की एक ग़ज़ल मनजीत मानवी की एक ग़ज़ल है शुक्र कि चाँद तारों का , मज़हब नहीं कोई सियासी मीज़ान वरना, इनको… Pratibimb Media8 November 20258 November 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत कैंसर के साथ एक मुठभेड़: आत्म-चिंतन कैंसर के साथ एक मुठभेड़: आत्म-चिंतन मनजीत मानवी कहा जाता है कि जीवन संयोगों से बुना होता है —और कैंसर… Pratibimb Media7 November 2025