Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत

राजकुमार कुम्भज की दो कवितायें

राजकुमार कुम्भज की दो कवितायें विकास गाथा-एक   ये कैसी है विकास गाथा संकुचित है फिर-भी फिर-भी पुलकित है सब…

Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसामाजिक/ सांस्कृतिक रिपोर्ट

हरिचांद गुरुचांद की वंशज मेरी ताई हेमलता और एक अदद शुतुरमुर्ग

संस्मरण हरिचांद गुरुचांद की वंशज मेरी ताई हेमलता और एक अदद शुतुरमुर्ग कल अनसुनी आवाज़ के रुद्रपुर दफ्तर से लौटकर…

Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतयुद्ध/संघर्ष

युद्ध के विरुद्ध जयपाल की दो कविताएं

युद्ध के विरुद्ध जयपाल की दो कविताएं 1. यूद्ध के बाद युद्ध के बाद बच जाएंगे कुछ पिता कुएं में…

Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसाहित्य/पुस्तक समीक्षा

जयपाल की पांच प्रेम कविताएं

जयपाल की पांच प्रेम कविताएं 1. शिकायत   वह लिखती रही प्रेम-पत्र करती रही शिकायत जवाब भी मिलता रहा साथ…

अंतरराष्ट्रीयपुरस्कार/ सम्मानविरासतसाहित्य/पुस्तक समीक्षा

पति की किताब के लिए सबकुछ बेच दिया, उसी पुस्तक को मिला नोबेल पुरस्कार

गैब्रियल गार्सिया मार्क्वेज़ और मर्सिडीज बार्चा की प्रेम कहानी पति की किताब के लिए सबकुछ बेच दिया, उसी पुस्तक को…

यूपी/ उत्तराखंड/ दिल्ली/ राजस्थान/ बिहार/ जम्मू कश्मीर/ गुजरात/समाचारसाहित्यिक रिपोर्ट /संगोष्ठी

अपने साहित्य और साहित्यकारों को याद रखे समाज : डॉ. निशंक

अपने साहित्य और साहित्यकारों को याद रखे समाज : डॉ. निशंक लेखक गांव उत्तराखंड के साहित्यकारों पर केंद्रित दो दिवसीय…