Blogराष्ट्रीयशिक्षा वामपंथी छात्र संगठनों ने जावेद अख्तर को दिल्ली में हिंदी सिनेमा में उर्दू की भूमिका पर बोलने के लिए दिया निमंत्रण वामपंथी छात्र संगठनों ने जावेद अख्तर को दिल्ली में हिंदी सिनेमा में उर्दू की भूमिका पर बोलने के लिए दिया… Pratibimb Media2 September 2025
Blogराष्ट्रीयशिक्षा पहले शोध संकाय की प्रोत्साहन राशि वापस ली, अब प्रोफेसरों के वेतन में कटौती पहले शोध संकाय की प्रोत्साहन राशि वापस ली, अब प्रोफेसरों के वेतन में कटौती फेडसीयूटीए ने इसे ‘अवैध’ और शिक्षा… Pratibimb Media28 August 2025
Blogराष्ट्रीयशिक्षा प्रभाकर माचवे ने कहा था – एम.एन. राय भारतीय राजनीति के ’कैसेंड्रा’ थे! एम एन राय प्रभाकर माचवे ने कहा था- एम.एन. राय भारतीय राजनीति के ’कैसेंड्रा’ थे! सुधीर विद्यार्थी इन दिनों मैं… Pratibimb Media28 August 202529 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज … तो अगली बार जब सपना देखो … तो अगली बार जब सपने देखो विजय शंकर पांडेय सपने पूरे करने हैं? किताब मत खोलो, टीवी खोलो। डिग्री… Pratibimb Media21 August 202521 August 2025
Blogसमय/समाजसमाचार/ सूचना प्रसारण आजादी, आजादी की रक्षा और मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है महाराष्ट्र ‘विशेष जन सुरक्षा विधेयक आजादी, आजादी की रक्षा और मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है महाराष्ट्र ‘विशेष जन सुरक्षा विधेयक आकार पटेल इसी सप्ताह हमने… Pratibimb Media18 August 202518 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज ओमप्रकाश तिवारी की कविता- सन्तान मोह और मानव सभ्यता कविता सन्तान मोह और मानव सभ्यता ओमप्रकाश तिवारी ……. क्या दो जून की रोटी के लिए जिंदगी पर जिल्लतें झेलता… Pratibimb Media18 August 2025
कांग्रेसभाजपाशिक्षासमाचार एनसीईआरटी के विशेष पाठ में जिन्ना, कांग्रेस, माउंटबेटन को भारत विभाजन का ‘गुनहगार’ बताया गया एनसीईआरटी के विशेष पाठ में जिन्ना, कांग्रेस, माउंटबेटन को भारत विभाजन का ‘गुनहगार‘ बताया गया नयी दिल्ली। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान… Pratibimb Media17 August 2025
Blogसमय/समाज आज़ाद की शहादतः प्रामाणिक ब्यौरा-3 आज़ाद की शहादतः प्रामाणिक ब्यौरा-3 चन्द्रशेखर आज़ाद के विश्वस्त सहयोगी और मित्र रहे विश्वनाथ वैशम्पायन ने अपनी किताब धरती पुत्र… Pratibimb Media12 August 202512 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज दुनिया की शांति,सौहार्द और सार्वभौमिकता को बचाने का कलात्मक आशावाद है थियेटर ऑफ़ रेलेवंस नाट्य दर्शन ! सत्य,समग्र ,सुंदर ! दुनिया की शांति,सौहार्द और सार्वभौमिकता को बचाने का कलात्मक आशावाद है थियेटर ऑफ़ रेलेवंस नाट्य दर्शन !… Pratibimb Media11 August 202511 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज मंजुल भारद्वाज की कविता – हे पुरुष ! हे पुरुष ! मंजुल भारद्वाज हे मूंछों पर ताव देने से पहले सोचो तुम कौन हो? तुम्हारे पास क्या है?… Pratibimb Media9 August 2025