- अफगानिस्तान से 700 करोड़ की ड्रग तस्करी में शामिल था तरनतारन निवासी
चंडीगढ़। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अटारी सीमा हेरोइन जब्ती मामले में एक प्रमुख आरोपी तरनतारन निवासी अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया है। वह फरार चल रहा था।
अमृतपाल सिंह को एनआईए ने शुक्रवार को हिरासत में ले लिया। वह इस मामले में गिरफ्तार होने वाला तीसरे तस्कर है।
यह मामला कुल 102.784 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी और जब्ती से संबंधित है, जिसकी कीमत लगभग 700 करोड़ रुपये है।
भारतीय सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों द्वारा 24 और 26 अप्रैल 2022 को ड्रग्स को दो किश्तों में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट अटारी, अमृतसर में जब्त की। यह ड्रग्स अफगानिस्तान से भारत लाई गई थी। ड्रग्स को लिकोरिस रूट्स (मुलेठी) की खेप में छुपाया गया था।
अमृतपाल को 12 दिसंबर को अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दुबई भागने की कोशिश करते समय आव्रजन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था।
एजेंसी का कहना है कि मामले में आरोपी विभिन्न व्यक्तियों के सहयोगियों की जांच के बाद अंतरराष्ट्रीय ड्रग सांठगांठ से संबंधित साजिश में अमृतपाल की भूमिका सामने आई थी।अमृतपाल सिंह द्वारा अन्य आरोपियों के बैंक खातों में कई आपत्तिजनक लेनदेन भी की गई। एनआईए की जांच से पता चला है कि अमृतपाल एक वैश्विक ड्रग कार्टेल द्वारा रची गई बड़ी साजिश में शामिल था।
ड्रग तस्करों के खुलासे के आधार पर, एनआईए ने 22 अक्टूबर को अमृतपाल के आवासीय और आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली थी, जिसमें नशीले पदार्थों की आय के रूप में 1,34,12,000 रुपये बरामद हुए थे।
एनआईए के अनुसार जांच में पाया गया कि अमृतपाल सिंह ने दुबई स्थित फरार आरोपी शाहिद अहमद उर्फ काजी अब्दुल वदूद के कहने पर, ड्रग्स की आय के रूप में भारी मात्रा में राशि उसके बैंक खातों में और उसके भारत स्थित सहयोगी हैदर जैदी और कुछ अन्य को भी हस्तांतरित किया था। ।