- पंजाब में आप को बड़ा झटका
नई दिल्ली।भारतीय जनता पार्टी पंजाब में अपनी जड़ें जमाने के लिए जीतोड़ कोशिश में लगी है। एक दिन पहले ही उसने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और खालिस्तानी आतंकियों के धमाकोंमें मारे गए बेअंत सिह के पोते सांसद रवनीत बिट्टू को भाजपा में शामिल करवाया और बुधवार को जालंधर से आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद सुशील कुमार रिंकू और जालंधर पश्चिम के विधायक शीतल अंगुराल को शामिल कराया है।
भाजपा के पंजाब में नेताओं की कमी है। इसका समाधान पार्टी ने दूसरे राज्यों की तरह यहां से भी दूसरे दलों के नेताओं को पार्टी में शामिल करवाकर चुनाव मैदान में उतारने का निकाला है। इसकी प्रतिक्रिया पंजाब में सालों से भाजपा के लिए जीतोड़ मेहनत कर रहे नेताओं में क्या रहेगी यह आने वाला समय बताएगा। वैसे देखें तो इसका असर अब भाजपा में कोई खास पड़ता नहीं है। मोदी- शाह का फैसला नीचे सिर झुकाकर स्वीकार कर लिया जाता है। हो सकता है आने वाले समय में दूसरे दलों के कुछ और नेता भाजपा मे जाएं। रवनीत बिट्टू के कल पाला बदलने के बाद से ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मनीष तिवारी के बारे में कयास लगाए जा रहे हैं कि उनकी बात भाजपा नेताओं से जारी है और किसी भी समय वह भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं।
दोनों नेताओं के भाजपा में जाने की अफवाहें काफी दिनों से चल रही थी। लेकिन तब सांसद रिकूं ने स्पष्ट किया था कि आम आदमी पार्टी के साथ हमेशा उनकी वफादारी रहेगी और वह कहीं नहीं जा रहे। इसी तरह अंगुराल ने सोशल मीडिया पर लाइव होकर कहा था कि ये सभी बातें निराधार हैं।
रिंकू पिछले साल जालंधर उपचुनाव जीतकर सांसद बने थे। वह लोकसभा में आप के एकमात्र सांसद हैं। रिंकू पहले कांग्रेस में थे। 27 अप्रैल, 2023 को वे आप में शामिल हो गए थे और एक दिन बाद उन्हें जालंधर संसदीय क्षेत्र से आप का उम्मीदवार घोषित किया गया था।
बुधवार को भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, पार्टी महासचिव विनोद तावड़े और पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष सुनील जाखड़ की मौजूदगी में सुशील कुमार रिंकू और शीतल अंगुराल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
इस अवसर पर तावड़े ने कहा कि दोनों नेताओं के आने से पंजाब में भाजपा मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में दोनों नेताओं की क्षमताओं का पंजाब व पार्टी के हित में उपयोग किया जाएगा।
पुरी ने कहा कि जहां ‘डबल इंजन’ की सरकार है वहां तो विकास हो रहा है लेकिन पंजाब इसमें पीछे रह गया। केंद्र व राज्य में एक ही पार्टी की सरकार को भाजपा के नेता अक्सर ‘डबल इंजन’ की सरकार कहते हैं।
जाखड़ ने दोनों नेताओं का भाजपा में स्वागत किया और बताया कि पार्टी मुख्यालय पहुंचने से पहले रिंकू ने लोकसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया है और आम आदमी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया।
भाजपा में शामिल होने के बाद रिंकू ने कहा कि वह किसी लालच के कारण भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं, बल्कि उनका एकमात्र मकसद जालंधर का विकास है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में कई राज्य और शहरों का विकास हो रहा है, लेकिन जालंधर इस मामले में पीछे छूट गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की आम आदी पार्टी की सरकार ने विकास के मामले में उनका साथ नहीं दिया।
रिंकू ने खुद को प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की कार्यप्रणाली का मुरीद बताया और कहा कि उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से जालंधर के लिए नयी ट्रेन की मांग की तो उन्होंने वंदे भारत ट्रेन दी।
उन्होंने कहा कि वह जालंधर की बेहतरी के लिए भाजपा में शामिल हुए हैं और उसे नया जालंधर बनाएंगे।
रिंकू ने पिछले साल जालंधर उपचुनाव में भारी अंतर से जीत हासिल की थी। वह निवर्तमान लोकसभा में आप के एकमात्र सदस्य हैं।
आप ने जालंधर से सुशील रिंकू को ही दोबारा उम्मीदवार बनाया था। आप में शामिल होने से पहले वह कांग्रेस में भी रह चुके हैं। साल 2023 में कांग्रेस छोड़ने के अगले ही दिन उन्हें जालंधर संसदीय क्षेत्र से आप उम्मीदवार घोषित किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि रिंकू पार्टी में शामिल होने के बाद अब भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।