राहुल गांधी का नरेंद्र मोदी पर हमला जारी, कहा -प्रधानमंत्री डरे हुए हैं क्योंकि उनकी ‘वोट चोरी’ पकड़ी गई: राहुल

राहुल गांधी का नरेंद्र मोदी पर हमला जारी, कहा -प्रधानमंत्री डरे हुए हैं क्योंकि उनकी ‘वोट चोरी’ पकड़ी गई: राहुल

सीतामढ़ी/मोतिहारी (बिहार)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के 12वें दिन बृहस्पतिवार को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर तीखा हमला बोला और दावा किया कि वह डरे हुए हैं क्योंकि उनकी ‘वोट चोरी’ पकड़ी गई है।

उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की मतदाता सूचियों से गरीब और वंचित वर्ग के करीब 65 लाख लोगों के नाम हटा दिए गए हैं, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दलितों, पिछड़ों और अति पिछड़ों के अधिकार छीनना चाहती है।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के 12वें दिन की शुरुआत से पहले सीतामढ़ी के प्रसिद्ध जानकी मंदिर में पूजा-अर्चना की। यात्रा सुबह सीतामढ़ी से आरंभ हुई और फिर पूर्वी चंपारण पहुंची। मोतिहारी में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू भी इस यात्रा में शामिल हुए।

राहुल गांधी और महागठबंधन के अन्य नेताओं ने मोतिहारी में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ को संबोधित किया।

कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘‘अगर मैं प्रधानमंत्री पर ‘वोट चोर’ होने का आरोप लगा रहा हूं, तो वह चुप क्यों है? क्योंकि प्रधानमंत्री जानते हैं कि वह ‘वोट चोर’ हैं और हमने उन्हें पकड़ लिया है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘मोदी जी डरे हुए हैं क्योंकि उन्हें यह बात समझ आ गई है कि उनकी चोरी पकड़ी गई है।’’

कांग्रेस नेता ने कहा कि कॉरपोरेट, बॉलीवुड और देश के कई अन्य क्षेत्रों में दलित, पिछड़े और अति पिछड़ों की भागीदारी नहीं है।

उनका कहना था, ‘‘सबसे पहले राष्ट्रीय स्तर पर जाति जनगणना होगी…इसके बाद आरक्षण की 50 प्रतिशत की दीवार चूर-चूर कर दी जाएगी। जाति जनगणना से विकास का एक नया मॉडल मिलेगा। ’’

उन्होंने कहा कि देश में ‘मोहब्बत की दुकान’ खुलनी चाहिए और सबको साथ लेकर देश का विकास करना है।

इससे पहले, राहुल गांधी ने सीतामढ़ी में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अगर वोट चला जाएगा तो हिंदुस्ताशन के गरीब लोगों के पास कुछ नहीं रहेगा। यह शुरुआत वोट से हो रही है, वोट के बाद राशन कार्ड जाएगा, राशन कार्ड के बाद जमीन जाएगी, जमीन के बाद सारे के सारे अधिकार जाएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में 65 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे गए हैं। यह मत सोचिए कि सिर्फ नाम काट रहे हैं, यह जोड़ेंगे भी। फर्जी मतदाताओं के नाम जोड़ेंगे। उसी तरह से नाम जोड़ा जाएगा जैसे लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में एक करोड़ फर्जी मतदाता जोड़ दिए गए।’’

कांग्रेस नेता ने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ‘‘यह संविधान…मेरे जो दलित भाई हैं- आप भूलिए मत, यह संविधान आंबेडकर जी ने देश को दिया है। यह कोई मामूली किताब नहीं है, यह हमारे लिए पवित्र किताब है। यह किताब हिंदुस्तान की किताब है, हमारी सोच की, हमारी विचारधारा की किताब है।’’

राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मैं सारे के सारे दलित भाइयों से कहना चाहता हूं कि आप याद रखिए कि आजादी से पहले आपकी क्या हालत थी, आपको अछूत कहा जाता था, लोग आपको छूते भी नहीं थे, मारा जाता था। जो भी अधिकार आपको मिले हैं, वह संविधान के कारण मिले हैं, संविधान ने आपको अधिकार दिए हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि भाजपा के लोग दलितों, ईबीसी (अति पिछ़ड़ा वर्ग) और पिछड़ों से उनके अधिकार छीनना चाहते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने अभी सिर्फ कर्नाटक का सबूत दिया है। हम आने वाले समय में लोकसभा चुनाव का सबूत देंगे, हरियाणा विधानसभा चुनाव का सबूत देंगे, बाकी प्रदेशों के चुनाव का सबूत देंगे और यह साबित कर देंगे कि भाजपा-आरएसएस वोट चोरी करके चुनाव जीतते हैं।’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘बिहारियों की जो राजनीतिक समझ है, उसका कोई मुकाबला नहीं। बहुत सीखने को मिला है।’’

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने सीतामढ़ी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब प्रदेश के लोगों को तय करना है कि उन्हें ‘डुप्लीकेट’ (नकली) मुख्यमंत्री चाहिए या फिर ‘ओरिजनल’ (असली) मुख्यमंत्री चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जो भी वादे जनता के समक्ष किए, उन्हें भाजपा-जनता दल (यू) की ‘नकलची सरकार’ ने लागू करने की घोषणा कर दी, लेकिन उसके पास सोच और नजरिया नहीं है।

यादव ने दावा किया कि नीतीश कुमार अब ऐसी स्थिति में नहीं हैं कि बिहार संभाल सकें।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने संवाददाताओं से बातचीत में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ को एक ‘तीर्थ यात्रा’ करार दिया और दावा किया कि बिहार के लोग ‘वोट चोरों’ को सबसे पहले सजा देंगे और फिर देश के दूसरे राज्य भी उन्हें सजा देंगे।

खेड़ा ने यह भी बताया कि ‘वोटर अधिकार यात्रा’ का समापन एक सितंबर को पटना में ‘‘विशाल पैदल मार्च’’ से होगा।

पहले के कार्यक्रम के मुताबिक, इस यात्रा का समापन गांधी मैदान में ‘वोटर अधिकार रैली’ से होना था।

सासाराम से 17 अगस्त को शुरू हुई 16-दिवसीय यात्रा एक सितंबर को पटना में ‘‘विशाल पैदल मार्च’’ के साथ समाप्त होगी। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

यह यात्रा अब तक रोहतास, औरंगाबाद, गयाजी, नवादा, शेखपुरा, नालंदा, लखीसराय, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी और पूर्वी चंपारण से होकर गुजर चुकी है। अब यह यात्रा पश्चिम चंपारण, सारण, भोजपुर और पटना जिलों से गुजरेगी।