- केंद्रीय गृह सचिव ने अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस के प्रतिनिधियों संग की बैठक
- अजय भल्ला ने कहा, यूनियन के साथ बैठक के बाद ही लागू किया जाएगा कानून
नई दिल्ली। ट्रक चालकों की हड़ताल से पैदा हुए हालात से घबड़ाई केंद्र सरकार ने एक बैठक के बाद ट्रक डाइवरों से अपील की है कि वे हड़ताल खत्म कर दें क्योंकि हिट और रन कानून अभी देश में लागू नहीं किए गए हैं। संसद के शीतकालीन सत्र में केंद्र सरकार ने आपराधिक कानूनों में जो संशोधन किए थे, उसमें से एक हिट एंड रन कानून भी था।
तीनों कानूनों के संसद से पास हो जाने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन पर हस्ताक्षर भी कर दिए थे। लेकिन केंद्र सरकार ने उन्हें अधिसूचित नहीं किया है। हिट एंड रन कानून में अब एक्सीडेंट में मौत हो जाने पर वाहन के ड्राइवर को 10 साल तक की कैद और सात लाख रुपये जुर्माना भरना पड़ सकता है। इस संशोधन से घबड़ाए ट्रक ड्राइवरों ने हड़ताल कर दी। इसके बाद पूरे देश में पैनिक फैल गया। लोग अपने वाहनों में तेल भरवाने के लिए पेट्रोल पंपों पर पहुंच गए। पूरे देश में पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। केंद्र सरकार को पहले यह अहसास नहीं था कि इसे लेकर इस तरह के हालात बन सकते हैं।
अफरातफरी में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया कि बैठक के बाद मंगलवार देश शाम केंद्र सरकार ने प्रदर्शन कर रहे संगठनों से आंदोलन वापस लेने का आग्रह किया है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने कहा, “हमने आज अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस के प्रतिनिधियों से चर्चा की।
केंद्र सरकार ने कहा कि हम यह बताना चाहते हैं कि नए कानून एवं प्रावधान अभी लागू नहीं हुए हैं, हम ये भी कहना चाहते हैं कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(2) लागू करने से पहले अखिल भारतीय परिवहन कांग्रेस से विचार विमर्श करने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा।” गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रतिनिधियों की गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सफल बैठक हुई। मंत्रालय का कहना है कि सरकार और ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने ड्राइवरों से काम पर लौटने की अपील की है। बता दें कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, यूपी और बिहार के ट्रक ड्राइवर शनिवार से ही विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके बाद मंगलवार को पूरे देश में पेट्रोल पंपों पर लंबी-लंबी कतारें लग गईं।