UPS स्वीकार नहीं: एम्स दिल्ली

UPS स्वीकार नहीं: एम्स दिल्ली

नई दिल्ली। देश की राजधानी नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स दिल्ली में कर्मचारी यूनियन के तत्वाधान में एनपीएस और यूपीएस को लेकर डायलॉग सेशन का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मंजीत सिंह पटेल और विशिष्ट तिथि निश्चय ढींगरा बतौर फाइनेंशियल एक्सपर्ट उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ पटेल ने सभी कर्मचारियों को यूनिफाइड पेंशन स्कीम की अच्छाइयों और बुराइयों को कर्मचारियों के सामने रखा और इस नतीजे पर पहुंचे की जिन कर्मचारियों की सेवा अवधि 25 वर्ष या उससे अधिक है उन्हें यूनिफाइड पेंशन स्कीम में कोई विशेष लाभ नहीं होगा। साथ ही वॉलंटरी रिटायरमेंट के मामलों में भी अभी यूनिफाइड पेंशन स्कीम में विसंगतियां हैं।

इसलिए रिटायरमेंट से कई साल पहले यूनिफाइड पेंशन स्कीम के चयन का फैसला कभी भी कर्मचारी नहीं लेंगे। पटेल ने कार्यक्रम के बाद भारत सरकार को यूनिफाइड पेंशन स्कीम में आवश्यक संशोधन करने को लेकर एक ज्ञापन सौंपने की बात कही।

पटेल ने कहा कि फिलहाल हम ज्ञापन में सरकार से दो बातें मानने के लिए कह रहे हैं पहले की यूनिफाइड पेंशन स्कीम में वॉलंटरी रिटायरमेंट के केस में सुधार किया जाए और इसको 25 साल की जगह 20 साल पर लागू किया जाए और रिटायरमेंट के दिन से ही पेंशन देने की शुरुआत की जाए।

दूसरे यूनिफाइड पेंशन स्कीम के विकल्प के चैन के लिए कर्मचारियों पर कोई दबाव न बनाया जाए बल्कि इसके विकल्प को सेवानिवृत्ति से ठीक 3 महीने पहले दिया जाए न कि सेवाकाल में। क्योंकि कोई भी कर्मचारी या कोई भी प्रशासन यह तय नहीं कर सकता की 20 से 25 साल के बाद सेवानिवृत्ति के समय कुल कितना कॉरपस होगा और उस समय महंगाई दर क्या होगी?

इसे कोई तय नहीं कर सकता इसलिए जरूरी है कि यूनिफाइड पेंशन स्कीम का विकल्प केवल रिटायरमेंट और वॉलंटरी रिटायरमेंट पर ही दिया जाना चाहिए।

कार्यक्रम की अध्यक्षता एम्स यूनियन के अध्यक्ष राजेश भाटी ने की और कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय सहयोग के रूप में वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी चैनिका चौहान, विष्णु, आशीष भार्गव, कमल राजा ने अपनी भूमिका का निर्वहन किया। कार्यक्रम में तकरीबन 300 कर्मचारी उपस्थित रहे।