- राहुल ने रायबरेली में कहा- हिंदुस्तान ने संदेश भेजा कि उसे नरेंद्र मोदी का विजन अच्छा नहीं लगता
- हमें हिंसा और नफरत नहीं चाहिए, मोहब्बत की दुकान चाहिए
रायबरेली। रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हाल के लोकसभा चुनाव में ‘नफरत, हिंसा और अहंकार के खिलाफ मतदान’ करने के लिये जनता को धन्यवाद देने प्रियंका गांधी के साथ रायबरेली पहुंचे और दावा किया कि अगर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़तीं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो-तीन लाख वोट से हार जाते।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक राहुल ने कहा, ”इस चुनाव में हिंदुस्तान ने संदेश भेजा है कि हमें नरेन्द्र मोदी जी का ‘विजन’ अच्छा नहीं लगता। हमें नफरत नहीं चाहिए, हमें हिंसा नहीं चाहिए। हमें मोहब्बत की दुकान चाहिए। हमें देश के लिए नया ‘विजन’ चाहिए। अगर देश को नया ‘विजन’ देना है तो उत्तर प्रदेश से ही देना होगा और उत्तर प्रदेश ने संदेश दिया है कि हम प्रदेश और देश में इंडिया गठबंधन, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को चाहते हैं।”
राहुल ने अयोध्या की सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पराजय का जिक्र करते हुए कहा, ”जवाब अयोध्या की जनता ने दिया है। सिर्फ अयोध्या में ही नहीं,…. वाराणसी में भी प्रधानमंत्री जान बचाकर निकले हैं। मैं अपनी बहन (प्रियंका वाड्रा) से कह रहा हूं कि अगर यह वाराणसी में लड़ जातीं तो प्रधानमंत्री दो-तीन लाख वोट से वाराणसी का चुनाव हार जाते।”
राहुल ने कहा- मैं यह बात अहंकार से नहीं कह रहा हूं बल्कि इसलिए कह रहा हूं क्योंकि प्रधानमंत्री को जनता ने संदेश दिया है कि आपकी जो राजनीति है वह हमें अच्छी नहीं लगी। हम प्रगति चाहते हैं। आपने 10 साल इस देश में बेरोजगारी, नफरत और हिंसा फैलाई । जनता ने प्रधानमंत्री को जवाब दिया।
शुरुआत आपके (जनता के) दिल में हुई थी तभी आपने बदलाव लाया है। मैं दिल से आपका धन्यवाद करना चाहता हूं। आने वाले समय में मैं चाहता हूं कि जो देश के सामने सच्चे मुद्दे हैं… बेरोजगारी, महंगाई का मुद्दा, किसानों और मजदूरों का मुद्दा है… ये मुद्दे उठाए जाएं और गरीबों की मदद करने की राजनीति हो।
उन्होंने कहा कि जनता ने ही नकारात्मक राजनीति के खिलाफ पूरे देश में माहौल बनाया है, अवाम ने ही देश की राजनीति को बदल डाला है।
राहुल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संविधान को सिर माथे लगाये जाने का जिक्र करते हुए कहा, ”पहले मोदी जी कह रहे थे कि भगवान मुझे आदेश देते हैं और मैं काम करता हूं। पता नहीं कैसे उनके भगवान हैं… वह 24 घंटे अडाणी और अंबानी जी की मदद करते हैं। मगर आपने फोटो देखी होगी कि नरेन्द्र मोदी जी संविधान को सिर पर लगाए थे। यह सब आपने (जनता) उनसे करवाया है। देश के प्रधानमंत्री को आपने संदेश भेजा है कि अगर उन्होंने संविधान को छुआ तो आप उनके साथ क्या करेंगे।
राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं, कार्यकर्ताओं, विधायकों और सांसदों को अहंकार का शिकार नहीं बनने की हिदायत भी दी।
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी साथी दल साथ खड़े हो गये हैं। देश की आत्मा को समझ में आ गया कि मोदी जी, अमित शाह जी हिंदुस्तान के संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। जो हिंदुस्तान की नींव है, उससे वे खिलवाड़ कर रहे हैं, इसलिए पूरा देश एक साथ खड़ा हो गया।
राहुल ने संसद में जनता के मुद्दों के लिये संघर्ष करने का वादा करते हुए कहा कि आज हमारे पास संसद में सेना (विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) बैठी हुई है। इस बार हमारी पूरी कोशिश होगी कि विपक्ष के तौर पर हम अग्निवीर योजना को रद्द करायें।
उन्होंने कहा, ”यह (लोकसभा चुनाव में समर्थन) आपने हमें राजनीतिक निर्णय नहीं दिया है बल्कि यह मोहब्बत का फैसला था और इस बात को मैं जिंदगी भर नहीं भूलने वाला हूं। अमेठी की जनता से भी कहना चाहता हूं। मैं रायबरेली से सांसद हूं लेकिन जो मैंने आपसे कहा था , जो भी रायबरेली में होगा वह अमेठी में भी होगा। आप सभी को मैं दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं। आपने हिंदुस्तान की राजनीति बदल दी आपने पूरे देश को संदेश दिया कि आप नफरत के खिलाफ हैं, आप देश की राजनीति बदलेंगे।”