राहुल गांधी का हमला, मोदी सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में नौकरी के अवसर खत्म किए

  • भारत जोड़ो न्याय यात्रा

शिवपुरी/गुना (मप्र)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के युवाओं को पहले सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में नौकरियां मिल जाती थीं, लेकिन मोदी सरकार ने इस अवसर को भी खत्म कर दिया।

मध्य प्रदेश में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान सोमवार को अपनी सभाओं को संबोधित करते हुए गांधी ने मीडिया पर चीन, पाकिस्तान, क्रिकेट और बॉलीवुड का राग अलापकर लोगों का ध्यान भटकाने का भी आरोप लगाया।कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मीडिया अंबानी परिवार में शादी को कवर करने में व्यस्त है, लेकिन उसके पास प्रमुख मुद्दों को कवर करने का समय नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘देश तीन प्रमुख चुनौतियों, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार का सामना कर रहा है, लेकिन वे मीडिया से गायब हो गए हैं।

वे (मीडिया) आपको ये मुद्दे नहीं दिखाएंगे, लेकिन वे आपसे चीन, पाकिस्तान, क्रिकेट या बॉलीवुड के बारे में दिखाकर आपका ध्यान भटकाएंगे।’’

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जैसे ही आपका ध्यान इधर-उधर जाएगा, आपकी जेब से पैसा निकल जाएगा और सीधे अडाणी जी की जेब में चला जाएगा।’’

शिवपुरी में अपने भाषण के बीच में राहुल गांधी ने एक सुरक्षाकर्मी द्वारा ले जाई जा रही राइफल की ओर इशारा किया और उससे इसके निर्माण के बारे में पूछा।

इसके तत्काल के बाद उन्होंने कहा कि यह एक इंसास राइफल है, जिसे अडाणी द्वारा भारतीय टैग के तहत इज़राइल की मदद से निर्मित किया जा रहा है। पहले, राइफल का निर्माण आयुध कारखाने में किया जाता था, जो अब एक बंद इकाई है।

वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का उल्लेख करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कर व्यवस्था के तहत गरीबों की जेब से पैसा निकालकर अमीरों की जेब में स्थानांतरित किया जा रहा है।उन्होंने दावा किया कि जीएसटी व्यवस्था के तहत अमीर लोगों के साथ-साथ गरीबों को भी सामान खरीदते समय एक समान दर से कर का भुगतान करना पड़ता है।

इसका मतलब है कि अमीर अपनी कुल आय में से एक निश्चित राशि का कर चुकाते हैं, लेकिन गरीब आदमी को अपनी कुल आय का एक बड़ा हिस्सा कर देना पड़ता है।

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पहले एससी, एसटी और सामान्य वर्ग के लोगों को भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स (बीएचईएल) जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में नौकरियां मिलती थीं, लेकिन मोदी सरकार ने इन क्षेत्रों को बंद कर दिया है।

उन्होंने कहा कि अगर युवा देश की सेवा करना चाहते थे, तो उन्हें सेना में नौकरी मिल जाती थी, लेकिन अब उन्होंने (केंद्र) अग्निवीर योजना शुरू की है।

इस योजना के तहत, यदि किसी व्यक्ति को ड्यूटी के समय गोली लग जाती है (उसकी मौत हो जाती है), उन्हें न तो पेंशन मिलेगी और न ही शहीद का दर्जा दिया जाएगा।

उन्होंने इस बात को दोहराया कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो नई सरकार विभिन्न वर्गों के साथ न्याय करने के लिए जाति जनगणना कराएगी।राहुल गांधी ने कहा कि जाति जनगणना सामाजिक न्याय करने के लिए एक क्रांतिकारी कदम होगा, क्योंकि इससे किसी विशेष जाति के व्यक्तियों की सटीक संख्या और उनके हाथों में कितना पैसा है, इस बारे में पता चल जाएगा।