Blogसाहित्य/पुस्तक समीक्षा

बदलाव की राह तलाशतीं हरियाणवी गज़लें

पुस्तक समीक्षा बदलाव की राह तलाशतीं हरियाणवी गज़लें ‘खड़तल कहणा ओक्खा सै’ में बेमिसाल है शायर मंगतराम शास्त्री की बेबाकी…