Blogनाटक रंगमंच थियेटर

अमूर्त के मूर्त होने का कला बोध ही सौन्दर्य है!

अमूर्त के मूर्त होने का कला बोध ही सौन्दर्य है!  मंजुल भारद्वाज कला का अहसास ही सौन्दर्य है! दृष्टि,विचार,चेतना का…