प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का चुनावी सभाओं का दौर जारी है। इस दौरान वे अपने भाषणों में कांग्रेस के साथ-साथ राहुल गांधी पर हमलावर हैं। मोदी जी ने अब तक विपक्ष खासतौर पर कांग्रेस पर हमले के लिए हिंदू मुसलमान, संविधान, एससीएसटी आरक्षण और अडानी-अंबानी के नाम के जरिये देशद्रोह का आरोप लगा चुके हैं। चलिए देखते हैं कि शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने अपनी सभाओं में विपक्ष पर किस तरह प्रहार किया।
हैदराबाद से आ रही मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक हैदराबाद और महबूबनगर लोकसभा क्षेत्रों में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस को ‘हिंदू विरोधी’ करार दिया और आरोप लगाया कि उसका इतिहास ‘लूट, तुष्टिकरण और वंशवाद पहले’ का रहा है।
उन्होंने भरोसा जताया कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और समान नागरिक संहिता का विरोध करने वालों और ‘वोट जिहाद’ की बात करने वालों को चार जून को लोकसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने पर हार का सामना करना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 10 साल पहले देश में बम विस्फोट हुआ करते थे और इस तरह के आतंकवादी हमले अब नहीं होते। उन्होंने 2013 में हैदराबाद के दिलसुखनगर में हुए बम विस्फोट को भी याद किया और आश्चर्य जताया कि क्या वर्तमान चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को इसकी जानकारी है।
महबूबनगर लोकसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने राहुल गांधी किया कि कांग्रेस के ‘शहजादे’ की शुरुआत चुनाव से पहले ‘मोहब्बत की दुकान’ से हुई थी, लेकिन चुनाव नजदीक आते-आते यह कमजोर हो गई।
उन्होंने दावा किया कि ‘शहजादे’ अब ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ का समर्थन करने की बात करके समाज में जहर घोल रहे हैं।
अमेरिका में रहने वाले ‘शहजादे के सलाहकार’ (सैम पित्रोदा) ने दक्षिण भारतीय लोगों को अफ्रीकियों की तरह बताया है।
इसका मतलब है कि तेलंगाना के लोग अफ्रीकियों की तरह दिखते हैं।
मोदी ने कहा- आप जानते हैं क्यों, क्योंकि उन्हें आपकी त्वचा का रंग पसंद नहीं है। अब कांग्रेस त्वचा के रंग के आधार पर तय करेगी कि कौन अफ्रीकी है और कौन भारतीय। ‘शहजादे’ को पढ़ाने वाले नेता ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनना चाहिए था।
मोदी ने दावा किया, ‘‘उन्होंने घोषणा की कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और रामनवमी मनाना भारत की अवधारणा के खिलाफ है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बड़े गर्व के साथ मंदिर जाता हूं। उन्होंने सर्टिफिकेट देकर इसे भी राष्ट्र-विरोधी बताया है। रामनवमी पर पूजा करते हैं या नहीं? क्या आप दर्शन के लिए अयोध्या जाना चाहते हैं कि नहीं? क्या आप पूजा करके राष्ट्र विरोधी गतिविधि करते हैं?’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस अपने ही देश में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बनाना चाहती है। क्या वे इसी वजह से वोट जिहाद की बात कर रहे हैं?’’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस धर्म और जाति के नाम पर देश को बांटती है। कांग्रेस जानती है कि धर्म के आधार पर आरक्षण संविधान विरोधी है। कांग्रेस यह भी जानती है कि बाबा साहेब आंबेडकर ने उसका विरोध किया था।
महबूबनगर लोकसभा क्षेत्र में आयोजित रैली में मोदी ने अपने भाषण को कुछ देर के लिए विराम दिया और सुरक्षाकर्मियों को कुछ दिव्यांग महिलाओं के बैठने की उचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
विपक्ष मुझे जिंदा गाड़ना चाहता है लेकिन जनता मेरा सुरक्षा कवच: मोदी
महाराष्ट्र के नंदूरबार में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विपक्ष में कुछ लोग उन्हें जिंदा गाड़ना चाहते हैं लेकिन देश के लोग उनका सुरक्षा कवच हैं और जनता उन पर कोई आंच नहीं आने देगी।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) पर निशाना साधते हुए दिग्गज भाजपा नेता ने कहा कि ‘नकली शिवसेना’ उन्हें इस तरह से गाली देती है कि उससे इसका अपना ‘पसंदीदा वोट बैंक’ खुश होता है।
नंदूरबार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार हिना गावित के समर्थन में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ये नकली शिवसेना वाले मुझे जिंदा गाड़ने की बात कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस है, जो कहती है – मोदी तेरी कब्र खुदेगी…दूसरी तरफ ये नकली शिवसेना है जो मुझे जिंदा गाड़ने की बात करती है। और मुझे गाली देते हुए भी ये लोग तुष्टिकरण का पूरा ध्यान रखते हैं।’’
मोदी को मुगल बादशाह औरंगजेब की तरह महाराष्ट्र में ‘दफनाने’ की शिवसेना नेता संजय राउत की कथित टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नकली शिवसेना वाले उन्हें जिंदा दफनाने की बात करते हैं।
कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, ‘‘वो कहते हैं, मोदी की कब्र खुदेगी। मोदी को जिंदा गाड़ देंगे। इसमें भी वोटबैंक को पसंद आए वहीं गाली दोगे क्या? मैं कई बार सोचता हूं, दुख होता है कि बाला साहेब ठाकरे को कितना दुख होता होगा। उनको मैंने करीब से देखा है। अब तो नकली शिवसेना वाले बम धमाके के दोषी को भी अपने प्रचार में ले जाने लगे हैं।’’
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां जनता का विश्वास गंवा चुकी हैं और उनकी सियासी जमीन भी खिसक चुकी है।
मोदी ने पवार और उद्धव से कहा, कांग्रेस के साथ ‘मरने’ से बेहतर है अजित और शिंदे के साथ हो लें
नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ‘नकली राकांपा और शिवसेना’ ने चार जून के लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस में विलय करने का मन बना लिया है लेकिन उन्हें इसके बजाय अजित पवार और एकनाथ शिंदे के साथ मिल जाना चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार का नाम लिए बगैर मोदी ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के एक दिग्गज नेता, जो 40-50 साल से राजनीति कर रहे हैं। बारामती के चुनाव के बाद वह इतने चिंतित हैं कि उन्होंने एक बयान दिया है। मैं मानता हूं कि काफी लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद ही उन्होंने यह बयान दिया होगा।’’
उत्तर महाराष्ट्र के नंदुरबार जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वह इतने हताश और निराश हो गए हैं कि उनको लगता है कि अगर चार जून के बाद राजनीतिक जीवन में टिके रहना है तो छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को कांग्रेस में विलय कर लेना चाहिए।
नंदुरबार लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने निवर्तमान सांसद हीना गावित को फिर से उम्मीदवार बनाया है। उनका मुकाबला कांग्रेस के गोवाल पाडावी से है।
नकली राकांपा नकली शिवसेना
मोदी ने कहा कि इसका मतलब है कि यह जो नकली राकांपा और नकली शिवसेना है, उन्होंने कांग्रेस में विलय करने का मन बना लिया है। चार जून के बाद कांग्रेस में जाकर मरने के बजाय सीना तानकर हमारे अजीत दादा के साथ और शिंदे जी के साथ आओ, बड़े शान से सपने पूरे हो जाएंगे।’’
शरद पवार ने हाल ही में एक अखबार को दिए साक्षात्कार में कहा था कि अगले कुछ साल में कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के और करीब आएंगे और उसमें विलय कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के ‘शहजादे’ के गुरु ने अमेरिका से कहा है कि राम मंदिर और रामनवमी का त्योहार भारत की अवधारणा के खिलाफ है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा इतना खतरनाक है कि वह राम मंदिर निर्माण और रामनवमी के जश्न को भारत की अवधारणा के खिलाफ करार देती है।
उन्होंने कहा कि वे कह सकते हैं कि मेरा मंदिर जाना भारत विरोधी है। कांग्रेस की मानसिकता देखिए कि राम की भूमि पर राम का ही मंदिर भारत विरोधी है।
उन्होंने कहा कि ये लोग सरकारी इफ्तार पार्टी का आयोजन करते हैं और आतंकवादियों की कब्रों का सौंदर्यीकरण करते हैं।
मोदी को मुगल बादशाह औरंगजेब की तरह महाराष्ट्र में ‘दफनाने’ की शिवसेना नेता संजय राउत की कथित टिप्पणी की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नकली शिवसेना वाले उन्हें जिंदा दफनाने की बात करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘नकली शिवसेना मुझे जिंदा दफनाना चाहती है। वे मुझे इस तरह गालियां देते हैं कि यह उनके पसंदीदा वोट बैंक को पसंद आए। इन लोगों ने जनता का समर्थन खो दिया है और उनकी राजनीति खत्म हो गई है। भारत के लोग मेरे सुरक्षा कवच हैं। ये लोग मुझे जिंदा या मृत दफन नहीं कर सकते।’’
मोदी ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण का लाभ प्रदान करना संविधान में निहित मूल्यों और सिद्धांतों के खिलाफ है।
जब तक मोदी जीवित है, मैं दलितों, आदिवासियों, ओबीसी का आरक्षण धर्म के आधार पर मुसलमानों को नहीं देने दूंगा।’’
उन्होंने कहा-कांग्रेस जानती है कि वह विकास के मामले में मोदी का मुकाबला नहीं कर सकती इसलिए इसने आरक्षण और संविधान पर झूठ का कारखाना खोल दिया है। उनका इको सिस्टम अफवाहों से भरा है।
उन्होंने कहा, ‘‘संविधान बदलने की अफवाह…यह कांग्रेस के लिए और कुछ नहीं बल्कि ‘चोर मचाए शोर’ है। वह धर्म के आधार पर आरक्षण लागू करना चाहती है जो संविधान के खिलाफ है। इस तरह का प्रयास करना संविधान निर्माता की पीठ में छुरा घोंपने जैसा है।’’
मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी से आरक्षण छीनकर और अल्पसंख्यक वोट बैंक को देकर, देशभर में अपना कर्नाटक मॉडल दोहराना चाहती है।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने मुसलमानों को रातोंरात ओबीसी बना दिया और अब वह आदिवासियों और दलितों का आरक्षण छीनना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘महा विकास आघाड़ी आरक्षण खत्म करने के लिए ‘महाअभियान’ चला रहा है जबकि मैं इसे बचाने के लिए ‘महा रक्षण का महायज्ञ’ कर रहा हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कांग्रेस को चुनौती देता रहा हूं कि वह लिखित में दे कि वह एससी/एसटी कोटा समाप्त नहीं करेगी और इसे मुसलमानों को नहीं देगी। लेकिन कांग्रेस जवाब नहीं दे रही है। आपके अधिकारों को लूटने का उनका एक छिपा हुआ एजेंडा है। लेकिन मोदी समाज के वंचित तबकों के अधिकारों की रक्षा के लिए चौकीदार हैं।’’