ग्वालियर। लंबे समय से कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए आंदोलन कर रहे हैं। बीते साल में कर्मचारियों ने राज्यों से लेकर दिल्ली तक बड़ी बड़ी रैलियां की थीं। दिल्ली में केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए पिछले वर्ष दिल्ली में तीन बड़ी रैलियां आयोजित की गई थीं। जिनमें से दो रामलीला मैदान और एक जंतर मंतर पर हुई थी।
अब जब कि लोकसभा के चुनाव नजदीक हैं, कर्मचारियों ने एक बार फिर सरकार पर दबाव बनाने के लिए आंदोलन की शुरुआत कर दी है। इसी क्रम में आज नेशनल मिशन फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत के बैनर तले ग्वालियर में पेंशन जयघोष सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मध्य प्रदेश के कई जिलों से कर्मचारी शिरकत करने पहुंचे।
कार्यक्रम का आयोजन मध्य प्रदेश शिक्षक संघ कांग्रेस के राजीव पाठक, राकेश नायक और जनक सिंह रावत ने किया। सम्मेलन में दिल्ली से एंप्सेफ राष्ट्रीय महासचिव सुधीर रूपजी, प्रदेश अध्यक्ष दिल्ली विनोद यादव, उत्तर प्रदेश से पंचायती राज संगठन अध्यक्ष क्रांति सिंह और रेलवे लीडर नेत्रपाल डागर बतौर वक्ता के तौर पर पहुंचे।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मंजीत सिंह पटेल ने कहा कि सरकार को कर्मचारियों के लिए हर हाल में पुरानी गारंटीड पेंशन बहाल करानी पड़ेगी। सरकार को कमेटी बनाए हुए एक साल होने वाला है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं आया जबकि लोकसभा की आचार संहिता कभी भी लग सकती है।
सरकार की कर्मचारियों के प्रति घोर उपेक्षा हमे आंदोलन करने पर मजबूर कर रही है। सरकार को यह याद रखना चाहिए कि कर्मचारियों की उपेक्षा करके सरकार चलाना संभव नहीं है। अगर सरकार ने पुरानी पेंशन पर ठोस कदम नहीं उठाए तो दिल्ली में हम उसका स्वागत संसद घेराव से करेंगे।