नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने शनिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत से भेजे गए उनके संदेश को पढ़ा, जिसमें आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख ने कहा है कि उन्हें ज्यादा दिन तक जेल में नहीं रखा जा सकता और लोगों को किये अपने वादे पूरे करने जल्द बाहर आएंगे।
भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की पूर्व अधिकारी सुनीता ने सक्रिय राजनीति से अबतक दूरी बनाये रखी थी।
उनके द्वारा दिये गए वीडियो बयान का आप ने सीधा प्रसारण किया। एक दिन पहले यहां की एक अदालत ने अरविंद केजरीवाल को कथित दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए 28 मार्च तक ईडी की हिरासत में भेज दिया था।
केजरीवाल के हवाले से उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने कहा, ‘‘अंदर रहूं या बाहर रहूं, मेरी जिंदगी का हर क्षण देश की सेवा को समर्पित है। मेरे खून का एक-एक कतरा देश को समर्पित है।’’
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, ‘‘ऐसी सलाखें नहीं जो आपके भाई, बेटे को ज्यादा दिन अंदर रख सके। मैं जल्द बाहर आऊंगा और अपने वादे पूरे करूंगा।’’
उन्होंने कहा कि उनका जन्म संघर्षों के लिए हुआ है और वह भविष्य में भी बड़ी चुनौतियों के लिए तैयार हैं।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि भारत को दुनिया का सबसे मजबूत और महान देश बनाना है।
सुनीता ने मुख्यमंत्री का संदेश पढ़ते हुए कहा, ‘‘साथ मिलकर, हमें भारत को एक महान देश, सबसे मजबूत और दुनिया का शीर्ष देश बनाना है। कई आंतरिक और बाहरी ताकतें हैं जो देश को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं। हमें इनके प्रति सचेत रहने की जरूरत है ताकि इन ताकतों की पहचान कर उन्हें शिकस्त दी जा सके।’’
संदेश में कहा गया है कि देश में काफी संख्या में लोग और ताकतें देशभक्त हैं। भारत को अवश्य ही आगे बढ़ाना होगा और इन ताकतों को एकजुट एवं मजबूत करने की जरूरत है।
केजरीवाल ने संदेश में कहा, ‘‘मुझे आपसे काफी प्यार मिला। मैंने अवश्य ही अपने पूर्व जन्म में अच्छे काम किये होंगे तभी भारत जैसे महान देश में मेरा जन्म हुआ। मुझे करोड़ों लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है जो मेरी ताकत है।’’
केजरीवाल ने आप स्वयंसेवियों से यह अपील की कि उनके हिरासत में रहने के दौरान समाजिक कार्य और जन सेवा नहीं रूकनी चाहिए।
सुनीता ने केजरीवाल को उद्धृत करते हुए कहा, ‘‘साथ ही, भाजपा के लोगों से इसके लिए नफरत करने की जरूरत नहीं है। वे हमारे भाई-बहन हैं। मैं जल्द लौटूंगा।’’ सुनीता की पृष्ठभूमि में भारतीय ध्वज और भीम राव आंबेडकर तथा भगत सिंह की तस्वीरें थीं जो अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के वीडियो संबोधन के दौरान भी नजर आई थीं।
मुख्यमंत्री ने पात्र महिला लाभार्थियों को हर महीने 1,000 रुपये देने के अपने वादे को वापस आने पर पूरा करने का भी आश्वासन दिया। इसकी घोषणा उन्होंने बजट में की थी।
उन्होंने संदेश में कहा, ‘‘दिल्ली में माताएं और बहनें सोच रही होंगी कि केजरीवाल जेल चला गया और अब उन्हें 1,000 रुपये मानदेय मिलेगा या नहीं। मैं सभी माताओं-बहनों से मुझ पर विश्वास रखने की अपील करता हूं…।’’
केजरीवाल ने संदेश में कहा, ‘‘मैं जल्द बाहर आऊंगा और अपने वादे पूरे करूंगा। क्या ऐसा पहले कभी हुआ है कि केजरीवाल ने कोई वादा पूरा नहीं किया हो। आपका यह भाई और बेटा फौलाद का बना हुआ है।’’
आप नेता ने महिलाओं से मंदिरों में जाने और उनके लिए आशीर्वाद मांगने की भी अपील की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अब रद्द की जा चुकी आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन के मामले के संबंध में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) द्वारा 21 मार्च की रात गिरफ्तार किए जाने के बाद 28 मार्च तक एजेंसी की हिरासत में हैं।
सुनीता ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘(प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदीजी ने आपके तीन बार के मुख्यमंत्री को अपने सत्ता के अहंकार के चलते गिरफ्तार कराया और हर किसी को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं। यह दिल्ली के लोगों के साथ विश्वासघात है। आपका मुख्यमंत्री हमेशा आपके साथ है।’’
भाजपा ने मांगा इस्तीफा
इसबीच, भाजपा ने केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘सरगना गिरफ्तार कर लिया गया है और जिसने हमें नैतिकता और ईमानदारी का ज्ञान दिया, वह कहते हैं कि वह जेल से सरकार चलायेंगे।’’
उन्होंने कहा कि चारा घोटाले में संलिप्त लोगों ने भी इस्तीफा दे दिया था। लेकिन आबकारी घोटाले में शामिल लोगों ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया।
भाजपा आईटी प्रकोष्ठ प्रमुख अमित मालवीय ने सुनीता केजरीवाल की इस टिप्पणी को लेकर उनपर तंज कसा कि ‘‘देश के अंदर और बाहर कई ताकतें हैं जो भारत को कमजोर कर रही हैं।’’
मालवीय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘उनसे पूरी तरह सहमत हूं। वह शायद यह कहना चाह रही हैं जो आप सांसद राघव चड्ढा ब्रिटेन की सांसद प्रीत के. गिल के साथ कर रहे हैं, जिन्होंने खालिस्तानी अलगावाद का खुलकर समर्थन किया है…अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर निरंतर भारत विरोधी, मोदी विरोधी, हिंदू विरोधी टिप्पणी की है।’’
भ्रष्टाचार आंदोलन का हिस्सा रहे केजरीवाल का भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार होना विडंबनाः हजारे
मुंबई। सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के एक मामले में जन लोकपाल आंदोलन का हिस्सा रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को शनिवार को ‘‘विडंबनापूर्ण’’ बताया और साथ ही उन्होंने मामले की गहन जांच और दोषियों को सजा देने की मांग की।
हजारे ने एक बयान में केजरीवाल पर करोड़ों देशवासियों का विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया और अफसोस जताया कि राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने 2011 के भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को नष्ट कर दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली सरकार की शराब नीति से संबंधित भ्रष्टाचार के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से मैं बहुत दुखी हूं। यह विडंबनापूर्ण है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जन लोकपाल आंदोलन के मेरे सहयोगी को भ्रष्टाचार के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।’’
पिछले दशक की शुरुआत में जन लोकपाल की मांग को लेकर जन आंदोलन किया गया था। हजारे, केजरीवाल और मनीष सिसोदिया आंदोलन के प्रमुख चेहरे बनकर उभरे थे।
बाद में केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी (आप) बनाई और सिसोदिया के साथ चुनाव जीते। आंदोलन के राजनीतिक रूप लेने के बाद हजारे ने हालांकि खुद को इससे अलग कर लिया था।
हजारे ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जन लोकपाल आंदोलन का राजनीतिक विकल्प असफल हो गया है और राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के कारण भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन नष्ट हो गया।
सामाजिक कार्यकर्ता ने केजरीवाल पर करोड़ों देशवासियों का विश्वास तोड़ने का आरोप लगाते हुए अगस्त 2022 में उनके द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री को आबकारी नीति को लेकर लिखे गए पत्र का हवाला दिया।
महाराष्ट्र के अहमद नगर जिले में रहने वाले हजारे ने यह भी बताया कि उन्होंने पत्र में केजरीवाल को ‘आप’ नेता द्वारा अपनी पुस्तक ‘स्वराज’ में आबकारी नीति के संबंध में लिखी गई बातों के बारे में याद दिलाया।
हजारे ने कहा, ‘‘मैं इस मुद्दे से हतप्रभ हूं। इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।’’
प्रवर्तन निदेशालय ने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक को आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले में बृहस्पतिवार की रात गिरफ्तार किया था।