माकपा ने ‘इंडिया’ गठबंधन को मजबूत करने की पैरवी की, कांग्रेस पर निशाना साधा, कहा कि ‘‘नरम हिंदुत्व’’ और ‘‘नरम भगवा रुख’ से सिर्फ और सिर्फ हिंदुत्व की पकड़ और मजबूत होगी

  • केंद्रीय कमेटी की बैठक के बाद जारी किया बयान

नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मंगलवार को कहा कि वह जनता दल (यूनाइटेड) के भारतीय जनता पार्टी के साथ वापस जाने के बाद विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को और मजबूत करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। साथ ही, उसने यह दावा भी किया कि केरल में कांग्रेस उसके मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के खिलाफ निराधार आरोप लगा रही है।

तिरुवनंतपुरम में 28 से 30 जनवरी तक हुई अपनी केंद्रीय समिति की बैठक के बाद जारी एक बयान में माकपा ने कहा कि वर्तमान में विपक्षी गठबंधन का ध्यान सीट बंटवारे पर बातचीत पूरी करने पर है।माकपा का यह भी कहना है कि हालिया विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत का श्रेय ‘‘हिंदुत्व’’ वोटों के एकीकरण के साथ-साथ ‘‘जातीय भावनाओं के दोहन’ को जाता है तथा भाजपा के इस प्रयास का मुकाबला करने की जरूरत है।

वामपंथी दल ने कहा कि ‘‘नरम हिंदुत्व’’ और ‘‘नरम भगवा रुख’ से सिर्फ और सिर्फ हिंदुत्व की पकड़ और मजबूत होगी।नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) के भाजपा के साथ वापस जाने को लेकर माकपा ने कहा- जद (यू) द्वारा ‘इंडिया’ गठबंधन को छोड़ने और भाजपा के साथ सहयोग करने के बावजूद, माकपा हमारे संवैधानिक गणराज्य के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक चरित्र की रक्षा के लिए इस गठबंधन को और मजबूत करने तथा भाजपा को हराने के लिए सभी प्रयास जारी रखेगी।

केरल के संदर्भ में माकपा ने कांग्रेस पर ‘‘एलडीएफ सरकार के प्रति नकारात्मक और अलोकतांत्रिक दृष्टिकोण अपनाने और मुख्यमंत्री के खिलाफ निराधार आरोप लगाने’’ का आरोप लगाया।उसने कहा- यह (कांग्रेस) केरल के अधिकारों पर केंद्र के हमले पर चुप रहती है और राज्य सरकार के खिलाफ भाजपा को पैंतरेबाज़ी में मदद करती है।

केरल के लोग कांग्रेस पार्टी के इस विघटनकारी दृष्टिकोण को अस्वीकार कर देंगे।माकपा ने भाजपा पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और दावा किया कि अयोध्या से जुड़ी धार्मिक भावनाओं का लाभ उठाने की कोशिश करने के बावजूद केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी 2024 के चुनाव के नतीजों को लेकर आश्वस्त नहीं है।