Blogअंतरराष्ट्रीयकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसाहित्य/पुस्तक समीक्षा वे इन द वर्ल्ड: 17वीं-20वीं सदी में मुस्लिम महिलाएं कैसे यात्रा करती थीं रक्षंदा जलील उपनिवेशवाद, लिंग, यात्रा, धर्म, पैसा इस पुस्तक में अप्रत्याशित तरीके से एक साथ आते हैं। इसके अलावा, शिक्षित… Pratibimb Media20 December 2024
Blogअंतरराष्ट्रीयकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत एड्रियन रिच की कविता ‘पेड़’ एड्रिएन रिच का जन्म 1929 में बाल्टीमोर, मैरीलैंड, यू.एस.ए. में हुआ था। वह लगभग बीस काव्य संग्रहों की लेखिका हैं… Pratibimb Media14 December 202414 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत कटिहार-अमृतसर एक्सप्रेस में एक यात्रा अजय शुक्ला सवाल है कि बिहार के गरीब आदमी के कष्ट कब मिटेंगे?सरल सा जवाब है, जब वह चाहेगा। मगर… Pratibimb Media14 December 202414 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज मुनेश त्यागी की कविता – देखिए ना सब कुछ खतरे में मुनेश त्यागी जुमले और नारे सब के सब ही तो बता रहे हैं कानून का शासन और पूरा संविधान… Pratibimb Media2 December 20242 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत ओम प्रकाश तिवारी की कहानी – काली कुतिया प्रतीकात्मक फोटो ओम प्रकाश तिवारी देव को शहर से गांव गए तीन-चार दिन हो गए थे। इस बीच उसे काली… Pratibimb Media2 December 20242 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत हद ओम प्रकाश तिवारी दीपावली के अगले दिन क काफी देरी से सो कर उठे। इसकी वजह यह थी कि दिवाली… Pratibimb Media1 December 20241 December 2024
Blogअंतरराष्ट्रीयकला/कलाकारकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत और पीढ़ियाँ सुनेंगी हमारे कदमों की आवाज… सामाजिक चेतना जगाने में नाटकों की भूमिका: नोबेल विजेता-दारियो लुइगी एंजेलो फो गुरबख्श सिंह मोंगा/ सुश्री विजय शर्मा थियेटर… Pratibimb Media29 November 202429 November 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत मंजुल भारद्वाज की कविता – नाख़ून वाले मंजुल भारद्वाज सभी प्राणियों की भांति मनुष्य भी नाख़ून लिए पैदा होता है नाख़ून शस्त्र है प्रतिरक्षा में दबोचने में … Pratibimb Media29 November 202429 November 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत ओमप्रकाश तिवारी की दो लघु कथाएं विरोध ———– दिन के 11 बज रहे थे। शहर के एक चौक पर एक आदमी सूरज की ओर… Pratibimb Media28 November 20241 December 2024
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत दीपक वोहरा की 16 कविताएं 1.तुम कुछ नहीं बोले देश बिक गया सब कुछ लुट गया तुम कुछ नहीं बोले घर का एक हिस्सा जल… Pratibimb Media28 November 202428 November 2024