Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय /समाज मंजुल भारद्वाज की कविता- सत्ता झूठी है! कविता सत्ता झूठी है! मंजुल भारद्वाज ये बच्चा सच्चा है पर भूखा है ! इसे उम्मीद है इसके हाथ के… Pratibimb Media15 August 202515 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय /समाज विजय शंकर पांडेय की कविता – मुस्कान भी असहिष्णु हो जाएगी कविता मुस्कान भी असहिष्णु हो जाएगी विजय शंकर पांडेय बांग्ला सुने नहीं कि बांग्लादेशी! उर्दू बोले नहीं कि पाकिस्तानी!… Pratibimb Media14 August 202514 August 2025
मीडिया/अखबार/ चैनल /डिजिटलयूपी/ उत्तराखंड/ दिल्ली/ राजस्थान/ बिहार/ जम्मू कश्मीर/ गुजरात/विरासतसमाचारसाहित्यिक रिपोर्ट /संगोष्ठी दूरदर्शन केंद्र, देहरादून ने मनाया स्थापना का रजत जयंती वर्ष, सांस्कृतिक संध्या का आयोजन दूरदर्शन केंद्र, देहरादून ने मनाया स्थापना का रजत जयंती वर्ष, सांस्कृतिक संध्या का आयोजन देहरादून। उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर… Pratibimb Media13 August 202513 August 2025
Blogगीत ग़ज़ल यश मालवीय का गीत- … नई खिड़कियां खोलें एक नया गीत … नई खिड़कियां खोलें यश मालवीय चलो चलें भाषा की झिलमिल नई खिड़कियां खोलें बहुत सरल शब्दों… Pratibimb Media12 August 202512 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत ओमप्रकाश तिवारी की कविता – सवाल सवाल ओमप्रकाश तिवारी सवाल एक शब्द है पर मायने कई हैं सवाल से ही मिलता है जवाब जवाब से ही… Pratibimb Media12 August 202512 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज दुनिया की शांति,सौहार्द और सार्वभौमिकता को बचाने का कलात्मक आशावाद है थियेटर ऑफ़ रेलेवंस नाट्य दर्शन ! सत्य,समग्र ,सुंदर ! दुनिया की शांति,सौहार्द और सार्वभौमिकता को बचाने का कलात्मक आशावाद है थियेटर ऑफ़ रेलेवंस नाट्य दर्शन !… Pratibimb Media11 August 202511 August 2025
Blogसाहित्य/पुस्तक समीक्षा प्रेमचंद की स्त्री-दृष्टि प्रेमचंद की स्त्री-दृष्टि वीरेंद्र यादव विमर्शों के इस दौर में जनतांत्रिक दृष्टि से साहित्य का पुनर्मूल्यांकन समय की जरूरत है… Pratibimb Media10 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांत कभी फुर्सत मिले तो सोचना ! कभी फुर्सत मिले तो सोचना ! -मंजुल भारद्वाज तुम स्वयं एक सम्पति हो सम्पदा हो इस पितृसत्तात्मक व्यवस्था में… Pratibimb Media10 August 202510 August 2025
Blogगीत ग़ज़ल महेश कटारे का गीत- किसान महिला का राखी गीत किसान महिला का राखी गीत महेश कटारे सुगम बहिना ने राखी के कच्चे धागे भेज दिए पाती में लिख… Pratibimb Media10 August 202510 August 2025
Blogकविता /कहानी/ नाटक/ संस्मरण / यात्रा वृतांतसमय/समाज मंजुल भारद्वाज की कविता – हे पुरुष ! हे पुरुष ! मंजुल भारद्वाज हे मूंछों पर ताव देने से पहले सोचो तुम कौन हो? तुम्हारे पास क्या है?… Pratibimb Media9 August 2025