पंचकूला में एयरफोर्स का फाइटर जेट जगुआर क्रैश, पायलट सुरक्षित 

अंबाला से भरी थी उड़ान, तकनीकी खराबी आई तो रिहायशी इलाके से दूर ले जाकर जंगलों में करवाया क्रैश

रायपुररानी/मोरनी। पंचकूला से 40 किलोमीटर दूर गांव छोटी मंडलाए के जंगलों में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान जगुआर क्रैश हो गया। हालांकि पायलट नवीन रेड़्डी सुरक्षित हैं। उन्होंने पैराशूट की मदद से मोरनी के गांव जौली के जंगलों में कूदकर जान बचाई। किसी भी स्थानीय नागरिक के हताहत या घायल होने की सूचना नहीं है। वहीं, वायुसेना ने दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए हैं।

सूत्रों के अनुसार, दो जगुआर विमानों ने नियमित प्रशिक्षण के लिए अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से उड़ान भरी थी। दोपहर करीब तीन बजे एक विमान में तकनीकी गड़बड़ी आने से हादसा हुआ। इसके बाद साथ उड़ रहे दूसरे विमान में सवार पायलट ने इसकी सूचना दी। हादसे के 15 मिनट बाद वायुसेना की रेस्क्यू टीम हेलीकॉप्टर से मौके पर पहुंच गई। एक घंटे बाद सड़क मार्ग से भी टीम पहुंच गई। इस दौरान पूरे एरिया को सील कर दिया गया था। घटना के बाद पंचकूला की डीसीपी हिमाद्रि कौशिक भी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि विमान का एक हिस्सा रायपुररानी ब्लॉक में जाकर गिरा, जबकि पायलट मोरनी ब्लॉक के जंगलों में एक से डेढ़ किलोमीटर दूर मिला।

आईएएफ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि जगुआर विमान नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान सिस्टम में खराबी आने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट ने विमान को रिहायशी इलाके से दूर ले जाकर क्रैश करवाया। इससे पहले वह सुरक्षित बाहर निकल आए।

पेड़ों के बीच फंसते हुए नीचे आया विमान, दो बार हुए धमाके 

प्रत्यक्षदर्शी विशाल और अरुण ने बताया कि मोरनी के जंगलों में दो विमान उड़ रहे थे। पायलट के पैराशूट लेकर कूदते ही विमान अनियंत्रित हो गया और विमान से धुंआ निकलने लगा। दो राउंड लगाने के बाद विमान मोरनी के जंगलों में पेड़ों के बीच फंसते हुए जमीन पर जा गिरा। 5 से 6 किलोमीटर तक इसके धमाकों की आवाज सुनाई पड़ी।

कोट—————

विमान पंचकूला जिले के रायपुररानी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हुआ। किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है।

हिमाद्री कौशिक, डीसीपी, पंचकूला।